जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

उमाभारती विरोध का  असर सबसे ज्यादा जबलपुर में: पिसनहारी मढिय़ा गढ़ा में महिलाओं ने शराब की बोतलों को सड़क पर फेंका

महिलाएं आगे आकर कर रही शराब दुकानों का विरोध

जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती का शराब बंदी का विरोध का असर सबसे ज्यादा जबलपुर में देखने को मिल रहा है। दरअसल मेडिकल पिसनहारी मढिय़ा के पास नई शराब दुकान खोली जा रही है जिसका विरोध क्षेत्रीय लोग बहुत दिनों से करते आ रहे हैं। विवाद उस समय गहराया जब महिलाओं ने शराब ठेकेदार के गुर्गो को खदेड़ते हुए शराब की बोतलों को सड़क पर बिखरा दिया। महिलाओं के विरोध प्रदर्शन की जानकारी जब प्रशासन को लगी तो पूरा अमला मौके पर पहुंचा और संबंधित दुकान को अलग कराने का आश्वासन दिया।

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पुलिस की मौजूदगी में हुआ विवाद

बताया जा रहा है कि मेडिकल पिसनहारी मढिय़ा के पास शराब ठेकेदार गुर्गों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में शराब लाकर दुकान में रखा जाने लगा। इस पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रही महिलाओं का गुस्सा भड़क गया। शराब ठेकेदार के गुर्गों पर महिलाएं टूट पड़ीं। क्षेत्रीय लोग भी महिलाओं का साथ देते नजर आए। ठेकेदार और उसके गुर्गे भाग निकले। एसडीएम दिव्या अवस्थी और तहसीलादार मौके पर पहुंचे और कलेक्टर को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। कलेक्टर के निर्देश पर पहुंचे आबकारी आयुक्त ने दुकान वहां न खुलने का आश्वासन दिया, तब जाकर लोगों का आक्रोश थमा।

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शराब दुकान खोलने को लेकर यहां-यहां हुआ विरोध

केस-1
दरअसल बंगला नं. 45, वाजपेई कंपाउंड, अशोक मार्गं पर गोलछा पेट्रोल पंप के बाजू में मुख्य मार्गं पर शराब दुकान खोल ली गई। इसके विरोध में क्षेत्र की महिलाओं ने मोचाज़् खोल दिया। पेंटीनाका चौक पर चक्का जाम कर दिया। बीजेपी विधायक अशोक रोहाणी भी पहुंच गए। 24 घंटे के अंदर शराब दुकान हटाने की चेतावनी जारी हुई। वरना खुद विधायक ने प्रदशज़्न की चेतावनी दी, तो प्रशासन हरकत में आया।

केस-2
तीन अप्रैल की रात विरोध की चिंगारी हवाबाग कटंगा पहुंच गया। यहां शराब दुकान के विरोध में संभ्रांत घर की महिलाएं दुकान के सामने आकर बैठ गईं। मामला सभी परिवारों से जुड़ा है, तो कांग्रेस-बीजेपी के नेता भी पहुंच गए। प्रदर्शन शुरू हुआ। प्रशासन को दो टूक अल्टीमेटम दिया गया कि यहां दुकान नहीं खुलेगी।

केस-3
गढ़ा में पिसनहारी की मढिय़ा के पास सुलगी। यहां खुली नई देशी शराब का महिलाओं ने विरोध करते हुए प्रदशज़्न शुरू कर दिया। बोली कि धामिज़्क स्थलों के साथ-साथ स्कूल, मेडिकल कॉलेज और महिलाओं द्वारा संचालित बड़ी संख्या की दुकानें हैं। यहां शराब पीकर लोग उधम मचाएंगे तो हमारी लाज कौन बजाएगा? दो दिन से महिलाओं का प्रदर्शन चल रहा था। रात होते-होते महिलाओं के सब्र का पैमाना छलक पड़ा। शराब बेचने पहुंचे ठेकेदार की पिटाई कर दी। आखिर में प्रशासन को निर्णय बदलना पड़ा।

 

जहां परेशानी है वहां सुधार होगा

कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी ने कहा कि शराब दुकान खोले जाने को लेकर कुछ स्थानों में विरोध की जानकारी है। एक टीम इसकी जांच में जुटी हुई है। देखा जाएगा कि जहां विरोध हो रहा है वहां लोगों को क्या परेशानी हो रही है इसके बाद ही दुकानें परिवर्तित करने का निर्णय लिया जाएगा।

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