राजस्व वसूली अभियान में तेजी बकाया करों की राशि जमा करने करदाताओं में उत्साह 1700 करदाताओं ने 1 करोड़ 50 लाख रूपये से अधिक राशि की जमा

जबलपुर। नगर निगम के प्रशासक बी. चन्द्रशेखर और निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के मार्गदर्शन में संचालित राजस्व वसूली अभियान में तेजी आ रही है। आज शहर के 1700 करदाताओं ने 1 करोड़ 50 लाख रूपये से अधिक की राशि निगम खजाने में जमा की। राजस्व वसूली अभियान के संबंध में आज उपायुक्त पी.एन. सनखेरे एवं सहायक आयुक्त आशीष शर्मा ने बताया कि अब धीरे-धीरे करदाताओं में बकाया करों की राशि जमा करने में उत्साह दिखाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशासक बी. चन्द्रशेखर और निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के द्वारा पहल करते हुए आई.टी. पार्क के लोगों और व्यापारियों को बहुत सारी सुविधाएॅं उपलब्ध कराई गयी और उन्हें टैक्स संबंधी मामलों में छूट दी गयी जिसके कारण अब आई.टी. पार्क के लोगों एवं व्यापारियों के द्वारा भी आगे आकर टैक्स जमा कर रहे हैं। इसके अलावा जिनके द्वारा बकाया करों की राशि जमा करने में हीलाहवाली की जा रही है उनके खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर दी गयी है। आज निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार सभी संभागां के अंतर्गत बड़े पैमाने पर कुर्की और नल कनेक्शन काटने की कार्रवाई की गयी। आज संभाग क्रमांक 2 कछपुरा संभाग के अंतर्गत बड़े बकायादारों की सम्पत्तियों को कुर्क करने एवं उनसे कर जमा करने प्रेरित किया गया। ज़ोन क्रमांक 2 में संपत्तिकर पिन नम्बर 1000488754 1 लाख 51 हजार 8 सौ 91 रुपये संपत्ति कर बकाया होने पर कुर्की की कार्यवाही की गई जिसमें संभागीय अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह, करसंग्रहिता, आदि उपस्थित थे।
निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ ने बताया कि अब यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्होंने पूरे राजस्व अमले को कहा है कि जिन करदाताओं के द्वारा बकाया करों की राशि जमा करने में हीलाहवाली की जा रही है उन सभी के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाये। उन्होंने यह भी बताया कि निर्धारित अवधि के पश्चात सभी कुर्क सम्पत्तियों को वैधानिक कार्रवाई करते हुए खुले बाजार में नीलाम करने की कार्रवाई की जायेगी। कार्रवाई के दौरान सभी संभागीय यंत्री, उपयंत्री, राजस्व निरीक्षक, सहायक राजस्व निरीक्षक, करसंग्रहिता, वार्ड सुपरवाईजर आदि बड़ी संख्या में रहे उपस्थित। निगमायुक्त द्वारा सभी करदाताओं से अपील की गई है कि सभी करदाता अपनी अपनी बकाया करों की राशि जमा कर निगम की अप्रिय कार्रवाई से बचें।