जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

यश भारत पड़ताल : 6.40 करोड की लागत से बने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था में सुविधाओं का टोटा, पानी और बिजली की नहीं है व्यवस्था

आनन फानन में किया गया था लोकार्पण

नरसिंहपुर/तेंदूखेड़ा यशभारत। तहसील मुख्यालय तेंदूखेड़ा में लगभग 6.40 करोड की लागत से बने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के साथ साथ 7 आवासीय परिसर में बिजली पानी की व्यवस्था हुये बगैर ही विधानसभा चुनाव के पूर्व ही आचार संहिता लागू होने के पूर्व उसका आनन फानन वर्चुअल लोकार्पण हो गया था।

लोकार्पण के बाद से संबंधित ठेकेदार भवन और आवासीय परिसर को हैंडओवर लेने के लिए संस्था प्रमुख पर दबाव बनाते चले आ रहे हैं। गुणवत्ता को ताक पर रखकर आनन फानन बनें इस भवन की स्थिति यह है कि बगैर तराई के ही यह भवन बन गया है जहां तहां से दरार मारने की स्थिति में नाकामी दबाने के लिए पुट्टी से इन दरारों के मुंह बंद कर दिये गये हैं जो अपनी गुणवत्ता की स्वयं कहानी वया ना कर सकें। वहीं नये भवन और आवासीय परिसर मे अभी तक पानी और बिजली की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है।

शुरू होनी है 6 ट्रेंडे

ट्रायसेम योजना के तहत वर्ष 1998-99 में लगभग 28 लाख रुपए की लागत से बनीं मिनी आई टी आई में जगह की कमी पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध ना होने की स्थिति में प्रशिक्षण पाने वाले छात्रों की संख्या को ध्यान में रखते हुए यहां पर विगत वर्षों में लगभग छ: करोड़ से अधिक की राशि में छ: ट्रेडे प्रारंभ करने भवन बना है। जिसमें फिटर,बेल्डर,स्टेनो,कोपा, तथा इलेक्ट्रीशियन की तीनों इकाईयों को प्रारंभ किया जाना है। भविष्य में सोलर पैनल पर भी विचार किया जा सकता है। लेकिन भवन मे व्यवस्था ना होने के कारण आई टी आई जर्जर भवन मे ही लगती चली आ रही है।

आवासीय परिसरों में नहीं बनें रेंप

आई टी आई भवन के साथ साथ 7आवासीय क्वार्टर भी बनाये गये हैं।इन आई टाइप और एच टाइप क्वार्टरों में कर्मचारियों की सुविधा की दृष्टि से छोटे बाहन रखने की स्थिति में रैंप की व्यवस्था ना होने के साथ आवासीय परिसर में नलों के कनेक्शन तो कर दिये गये हैं लेकिन पानी कहां से आयेगा शोभा रुपी पानी की टंकियों में पानी कहां से भरायेगा यह अभी तक सुनिश्चित नहीं हुआ है। और ना ही चैनल गेट लगाये गये हैं। इन परिसरों में पीछे तरफ पेवर ब्लॉग भी नहीं लगाये गये हैं केवल एक जगह लाकर रख दिए गए हैं।

नहीं है इंटरनेट की व्यवस्था

सबसे बड़ी विसंगति पूर्ण यहां पर यह बनी हुई है कि जब से यह संस्था प्रारंभ हुई है इसमें अभी तक इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है।कोपा का प्रशिक्षण पाने वाले छात्रों को इंटरनेट सुविधा होनी आवश्यक है लेकिन आज तक दूर संचार के अधिकारी केवल आश्वासन देकर अपनी जबाबदारियों से हाथ उठाते रहें हैं। नया भवन शुरू होने के साथ परीक्षा सेंटर बनना भी सुनिश्चित है लेकिन जब तक हाई स्पीड नहीं मिलेगी छात्र समय सीमा में प्रश्न पत्र हल करने की दृष्टि से हाईस्पीड होना नितांत आवश्यक है।
अब पानी के लिये बना रहे वैकल्पिक व्यवस्था
गुणवत्ता को ताक पर रखकर काफी लंबे समय से तैयार खड़े इस भवन मे बिजली पानी जैसी व्यवस्थायें ना होने को लेकर समाचार पत्रों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराये जाने को दृष्टिगत रखते हुये संबंधित ठेकेदार द्वारा यहां नगर परिषद की पेयजल सप्लाई से पानी लाकर आवासीय परिसरों और संस्था मे पानी मे भेजने के लिये वैकल्पिक व्यवस्था बनबाई तो जा रही है लेकिन यह कितनी कारगर सिद्ध होगी यह भविष्य के गर्त मे है। एक दिन छोड़ एक समय निश्चित समय के लिये पानी आना फिर कभी कभार बिजली की समस्या के चलते पेयजल आपूर्ति बाधित होना जैसी स्थिति के चलते प्रशिक्षण संस्था के अधिकारियों का निस्तार फिर सैंकड़ों छात्रों की पेयजल व्यवस्था कैंसे सुचारू रह पायेगी यह सोचनीय विषय है।

 इन्होंने कहा ….

भवन मे पेयजल को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था संबंधित ठेकेदार द्वारा कराई जा रही है। नगर परिषद की पेयजल आपूर्ति के माध्यम से यहां पानी लाकर स्टोर किया जायेगा। फिर उपर टंकियों मे चढ़ाया जायेगा। तब कहीं पानी की सप्लाई हो सकेगी। चूंकि भवन मे अभी कोई स्थाई पेयजल की व्यवस्था संबंधित ठेकेदार द्वारा नहीं कराई गई है। आवासीय परिसर में ना तो रैंप बनाये गये हैं,ना ही चैनल गेट लगाये गये हैं।पेवर ब्लॉग भी नहीं लगाये गये हैं। विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया गया है एवं निर्माण एंजेसी पी आई यू को भी पत्राचार कर अवगत कराया गया है।
शैलेष कौल-प्रबंधक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था तेंदूखेड़ा

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
WhatsApp Icon Join Youtube Channel