यशभारत प्राइम टाइम विथ आशीष शुक्ला में तन्खा का भाजपा पर तंज: नेतृत्व विहीन जबलपुर का विकास कैसे होगा भाजपा जबलपुर से किसी को मंत्री बनाना जरूरी नहीं समझती …देखें वीडियो…..

जबलपुर यश भारत। राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील विवेक तंखा ने शहर विकास को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाए हैं । उन्होंने प्रदेश सरकार में जबलपुर की अनुपस्थिति और भाजपा के विकास के झूठे वादों की बात कही साथ ही उन्होंने कांग्रेस महापौर प्रत्याशी जगत बहादुर सिंह अन्नू को सेवक बताते हुए उन्हें एक बार काम करने का मौका देने की अपील की। यह बात उन्होंने यश भारत प्राइम टाइम विथ आशीष शुक्ला में सवालों का सीधा जवाब देते हुए कहीं। इसके अलावा सांसद विवेक तंखा ने शहर के पुराने गौरवमई इतिहास और वर्तमान पिछड़ेपन को लेकर अनेक बिंदुओं पर विस्तार से अपनी बात रखी। इस पूरे इंटरव्यू को आप यश भारत के अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉम्र्स के साथ यशभारत न्यूज़ पर भी विस्तार से देख सकते हैं।
छवि महत्वपूर्ण है
चर्चा की शुरुआत उन्होंने नगर निगम चुनावों से की जहां उन्होंने बताया कि लोकसभा और विधानसभा के अलग विषय होते हैं। लेकिन नगर निगम के चुनाव लोकल होते हैं। जिसमें व्यक्तिगत छवि अधिक महत्वपूर्ण होती है और यह लोकल ईशू पर होते हैं । जिसके चलते इस बार शहर विकास का मुद्दा सबसे ज्यादा महत्वपूणज़् है। साथ ही उन्होंने व्यक्तिगत छवि का उदाहरण देते हुए शहर के पूर्व महापौर रहे भवानी प्रसाद तिवारी और रामेश्वर प्रसाद गुरु के त्याग और तपस्या के उदाहरण दीये और उन्होंने उनकी निष्ठा और ईमानदारी की बातें बताई जिस से शहर को एक नई पहचान मिली थी।
हमारा कोई प्रतिनिधित्व नहीं है
चर्चा के दौरान सांसद तन्खा ने कहा की शहर के लिए सबसे बड़ी विडंबना तो यह है कि हमारा सरकार में कोई मंत्री ही नहीं है। पूरा का पूरा मंत्रिमंडल मध्य और मालवा क्षेत्र से है सागर को छोड़ दें तो महाकौशल विंदय से प्रतिनिधित्व के नाम पर कोई दिखता ही नहीं । भाजपा की यह व्यवस्था एक तरफा है और उसके बाद भी कहते हैं हम जबलपुर का विकास करना चाहते हैं । जब वे हमें नेतृत्व ही नहीं दे सकते तो विकास कैसे करेंगे। उन्होंने इस पूरी व्यवस्था को असंवैधानिक बताया।
कोई खैरात नहीं देता
भाजपा द्वारा निगम चुनावों में कांग्रेस की जीत होने पर फंड की बात का प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। उस पर उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार किसी निगम को कोई खैरात नहीं देती है निगम और पंचायत संविधानिक व्यवस्थाएं हैं उनके लिए फंड निधाज़्रित किए गए हैं । सरकारें किसी की भी हो यह स्वतंत्र बॉडी है और उनके फंड को कोई रोक नहीं सकता । भाजपा पूरी तरह से दुष्प्रचार फैला रही है साथ ही उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने शहर को 15 से 20 साल पीछे धकेल दिया है। जबकि इस तरह का एक गौरवमई इतिहास था और एक दौर में यहां सभी प्रमुख कंपनियों के रीजनल ऑफिस हुआ करते थे जब की आज की स्थिति सभी के सामने है।
अन्नू में अपनी छवि देखता हूं
नगर निगम चुनावों को लेकर तंखा ने कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशी जगत बहादुर सिंह अन्नू एक सेवक है और पिछले 20 सालों से लगातार अपना काम निस्वाथज़् भाव से कर रहे हैं । कोरोना कॉल में किसी को नहीं पता था निगम चुनाव कब होंगे आरक्षण की व्यवस्था क्या होगी कौन प्रत्याशी होगा । उसके बाद भी वह निस्वाथज़् भाव से काम करते रहे। मैं उनके अंदर अपनी छवि देखता हूं। मैं भी समाज सेवा से जुड़ा हुआ हूं लेकिन अपने प्रोफेशन के कारण पूरा समय उसमें नहीं दे पाता हूं। लेकिन अन्नू पूरे समय समाज से जुड़े हुए कामों में लगे रहते हैं और मेरी इच्छा है कि ऐसा व्यक्ति शहर का महापौर बने। मैंने भी दो बार प्रयास किया लेकिन मैं सफल नहीं हो सका मेरी इच्छा थी शहर का विकास करने की । लेकिन यदि आप अन्नू को मौका देते हैं तो उन के माध्यम से मैं शहर को एक नई दिशा में ले जाऊंगा।