मध्यप्रदेश के कुशाग्र शर्मा देश के सुप्रसिद्ध दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल महाविद्यालय के छात्रसंघ के अध्यक्ष चुने गए

भोपाल|कुशाग्र मूलतः मध्यप्रदेश के भोपाल के रहने वाले हैं और इनके माता-पिता खेती किसानी का काम करते हैं उन्होंने अपनी विद्यालयी शिक्षा दि संस्कार वैली स्कूल, भोपाल से की है। कुशाग्र किरोड़ी महाविद्यालय में राजनीतिक विज्ञान तृतीय वर्ष के छात्र हैं। महाविद्यालय की गतिविधियों में हमेशा अग्रणी रहने वाले कुशाग्र ने 300 मतों के भारी अंतर से चुनाव जीता है।
कुशाग्र किरोड़ीमल महाविद्यालय में मध्यप्रदेश से होने वाले पहले छात्रसंघ अध्यक्ष हैं। किरोड़ीमल महाविद्यालय। कुशाग्र प्रथम वर्ष से ही महाविद्यालय की कई सांस्कृतिक समितियों के सक्रिय सदस्य रहे हैं जैसे वाद विवाद समिति , भूमि पर्यावरणीय समिति , कर्तव्य सिविल सेवा समिति आदि। कुशाग्र एक प्रख्यात वक्ता और राष्ट्रीय डिबेटर भी हैं जिन्होंने राष्ट्रीय वाद विवाद प्रतियोगिता भी जीते हैं । इतने अधिक सक्रिय होने के कारण ही कुशाग्र यहां के विद्यार्थियों की मूल समस्याओं को समझ पाए और उनकी आवश्यकता तथा मांग के आधार पर घोषणा पत्र जारी किया जिसे विद्यार्थियों ने काफी पसंद किया।
कुशाग्र कहते हैं : यदि जाती और क्षेत्र आधारित चुनावी राजनीति को हमे समाप्त करना है तो हमें उसकी शुरुआत सर्वप्रथम विद्यार्थियों के बीच से करनी होगी और क्षेत्रवाद के स्थान पर छात्रवाद को लाना होगा जो एक स्वस्थ्य लोकतंत्र का द्योतक है l