मतदान कर्मचारी का निधन दुर्भाग्यपूर्ण : चुनाव व्यवस्था के लिए कलेक्टर डॉ सलोनी सिडाना की कार्यप्रणाली की सभी कर रहे सराहना
मंडला यश भारत। यूं तो जिले में अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन कुछ अधिकारी अपनी कार्यशैली से जिलेवासियों के दिलों में अमिट छाप छोड़ जाते हैं। लोकसभा चुनाव 2024 की अभूतपूर्व व्यवस्था बना कर जिला कलेक्टर डॉ सलोनी सिडाना जिले के कर्मचारियों, अधिकारियों, मतदाताओं एवं नागरिकों आदि सभी की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा। हालांकि विधानसभा चुनाव 2023 में ही सर्वश्रेष्ठ चुनाव व्यवस्था के लिए भी प्रदेश सरकार द्वारा डॉ सलोनी सिडाना को सम्मानित किया था। जिला कलेक्टर ने चुनाव प्रशिक्षणों में उसका श्रेय भी सभी अधिकारी और कर्मचारियों को दिया था। इस आदिवासी बाहुल्यस क्षेत्र के सीमित संसाधनों और इन्हीं कर्मचारी-अधिकारियों की टीम का उपयोग करके जिला कलेक्टर ने वो कर दिखाया, जो इस क्षेत्र के लिए अब तक स्वप्न जैसा प्रतीत होता था। इसके पूर्व जिला कलेक्टर श्री जगदीश चन्द्र जटिया ने अभियान चलाकर सरकारी स्कूलों में बच्चों के साथ मध्यान्ह भोजन करके समूहों द्वारा संचालित मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार लाया गया था, जिसे जिलेवासी आज भी नहीं भूले हैं। ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन ने उनकी विदाई में उन्हें मध्यान्ह भोजन से संबंधी स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके कार्यों की सराहना की थी। चुनाव प्रक्रिया में अभूतपूर्व सुधार करने के लिए ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डीके सिंगौर, प्रांतीय प्रवक्ता संजीव सोनी,जिला अध्यक्ष महिला विंग श्रीमती मीना साहू,जिला अध्यक्ष दिलीप मरावी सहित सरिता मरावी,अभित गुप्ता, गंगा राम यादव, ने जिला कलेक्टर डॉ सलोनी सिडाना को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
छोटी से छोटी सुविधाओं का रखा ख्याल –
पिछले चुनाव की कुछ कमियों को ध्यान में रखते हुए इस लोकसभा चुनाव में बहुत बेहतरीन व्यवस्था देखने को मिली। समाग्री वितरण केन्द्र में बिना किसी परेशानी के सभी मतदान दलों को समाग्री व्यवस्थित रूप से प्रदान की गई। समाग्री वितरण केन्द्र में बिछे कालीन को सेलो टेप से चस्पा कर जोड़ा गया, जिससे जल्दबाजी में आने जाने से कर्मचारियों का पैर ना फंसे। मतदान केन्द्रों में रवाना होने के पहले सभी मतदान कर्मियों को स्वादिष्ट भोजन का पैकेट, ठंडी छाछ और पानी की एक एक बॉटल उपलब्ध कराई गई और पिछले चुनाव की कमियों को ध्यान में रखते हुए समाग्री जमा करने की प्रक्रिया को एकदम सरल बनाया गया था। समाग्री जमा केंद्र में मतदान कराकर लौट रहे सभी मतदान कर्मियों के लिए भोजन पानी की उत्तम व्यवस्था कराई गई। कलेक्टर स्वयं रात्रि को समाग्री जमा करने वाले दलों के बीच जाकर कर्मचारियों का उत्साहवर्धन करते हुए उनको होने वाली परेशानियों का जायजा ले रही थी और उनका त्वरित निराकरण करा रही थीं।
मतदान कर्मियों की गई जान
इस लोकसभा चुनाव में एक ओर कर्मचारियों की सभी आवश्यकताओं का बारीकी से ध्यान रखा जा रहा था। गर्मी के मौसम को देखते हुए प्रशिक्षण का समय भी कम कर दिया गया था। फिर भी समाग्री वितरण केन्द्र में बिछिया ब्लाक के शिक्षक मनीराम कांवरे की अचानक तबियत खराब होने के बाद प्रशासन द्वारा तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका। ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डी के सिंगौर ने जिला प्रशासन से मृतक शिक्षक के परिवार को शीघ्र अनुकंपा नियुक्ति और सभी आर्थिक लाभ देने की मांग की है।
मतदान केंद्र में कर्मचारियों का स्वागत-
वैसे कुछ चुनाव पहले से ही मतदान केंद्र में बीएलओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका आदि के द्वारा मतदान कर्मियों का स्वागत करने की परंपरा रही है, लेकिन इस बार सभी मतदान केन्द्रों में मतदान कर्मियों का अभूतपूर्व स्वागत किया गया। कई मतदान केंद्रों में मौसम को ध्यान में रखते हुए, ठंडा पानी, शीतल पेय, मौसमी फल, कूलर-पंखा, साबुन तेल क्रीम, टॉबिल और स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था कराई गई थी। जिससे मतदान कर्मी इन सबके व्यवस्था की चिंता किए बगैर सिर्फ मतदान कार्य में फोकस बनाए रखें।
मतदाताओं के लिए भी मतदान केंद्र में समुचित व्यवस्था –
गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए सभी मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की सुविधा का भी ध्यान रखा गया। सभी केंद्रों में मतदाताओं हेतु छांव, पीने के लिए ठंडे पानी का मटका, स्वास्थ्य विभाग की ओर से ओआरएस के पैकेट, ग्लुकोज़, दवाईयां आदि की व्यवस्था कराई गई थी। कुछ मतदान केन्द्रों में अतिरिक्त साज-सज्जा के साथ सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए थे, जहां वोट डालने के बाद मतदाता अंगुली के निशान को दिखाते हुए सेल्फी ले रहे थे।
आम नागरिकों की सुविधाओं का ध्यान रखा गया –
पिछले चुनावों के दौरान चुनावी वाहनों के कारण विशेष रूप से मंडला नगर की यातायात व्यवस्था बहुत दयनीय हो जाती थी। जगह-जगह घंटों जाम लगा रहता था। पेट्रोल पंपों में चुनावी वाहनों में डीजल पेट्रोल भरवाने के लिए वाहन प्रभारी और मतदान कर्मियों को घंटों इंतजार करना पड़ता था। जिससे आम नागरिकों को भी आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
इस चुनाव में जिला प्रशासन द्वारा की गई समुचित व्यवस्थाओं की जितनी तारीफ की जाए, वो कम है।मेरी ड्यूटी 100 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ बार्डर के पास नरहरगंज गांव में लगी थी। इसके बाद भी हमारा दल मतदान केंद्र से लौटकर आधे घंटे में सारी चुनाव समाग्री जमा करके रात दस बजे के पहले पूरी तरह फुर्सत हो गया। इसी से इस बार की सुव्यवस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। इसके लिए कलेक्टर महोदया को सादर धन्यवाद।