दर्दनाक हादसा : वनविभाग में कार्यरत ऋषिराज तिवारी का निधन, इलाजरत दोस्त को देखकर जबलपुर से लौटते समय तेवरी मोड़ पर हुए हादसे का शिकार

कटनी। जबलपुर रोड पर तिवारी के पास कल रात हुए सड़क हादसे में वन विभाग में कार्यरत ऋषिराज तिवारी ( बिज्जू ) की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से लोग स्तब्ध रह गए। बताया जाता है कि वे जबलपुर में इलाजरत अपने मित्र को देखने गए थे, लौटते समय दुर्घटना का शिकार हो गए। आज सुबह से उनके निवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा रहा। अंतिम यात्रा दोपहर साढ़े तीन बजे उनके दुर्गा चौक खिरहनी स्थित निवास से निकाली जाना थी।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक ऋषिराज तिवारी अपने 4 अन्य मित्रों के साथ किसी परिचित को देखने कार क्रमांक एमपी 21 सीए 6730 से जबलपुर गए हुए थे। वापस लौटते वक्त रात्रि करीब साढ़े 12 बजे जब वे निवार मोड़ के पास कार किनारे खड़ी कर लघुशंका के लिए उतरे तभी जबलपुर की ओर से तेज रफ्तार से आ रही एक अन्य कार क्रमांक एमपी 20 सीएल 1220 ने उन्हें पीछे से जोरदार टक्कर मारी जिससे वे उछलकर सड़क पर जा गिरे। बिज्जू तिवारी की ठोकर मारने के बाद कार पहले से खड़ी उनकी कार से भी टकरा गई जिससे गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई। बताया जाता है कार में कुल 5 लोग सवार थे। दुर्घटना के बाद तत्काल स्लीमनाबाद पुलिस को खबर की गई। एंबुलेंस के माध्यम से ऋषिराज तिवारी को कटनी जिला अस्पताल लाया गया लेकिन अधिक रक्तस्राव की वजह से उन्हें बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने मर्ग कायम कर अपनी कार्यवाही शुरू की।
घटना में जान गंवाने वाले ऋषिराज तिवारी वन विभाग में कार्यरत थे तथा अपनी व्यवहार कुशलता की वजह से सबके प्रिय थे। लाल गमछा वाले गुरुजी के नाम से पहचाने जाने वाले तिवारी परिवार से उनका नाता था। वे पूर्व कृषि उपज मंडी अध्यक्ष नरेश तिवारी के भतीजे थे। कृषि उपज मंडी में कार्यरत रितुराज तिवारी के छोटे भाई थे। घटना की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक व्याप्त हो गया तथा बड़ी संख्या में लोग शोक संवेदना व्यक्त करने उनके निवास पहुंचे।