चोरी की मुरुम से बन रहा फोरलेन बायपास

कटनी- पिछले एक अरसे से जिले में अवैध उत्खनन बेख़ौफ़ हो धड़ल्ले से हो रहा है रात के अंधेरे में खनिज माफ़िया अपने दल बल के साथ लक्ज़री गाड़ियों में सवार हो अवैध उत्खन्न करा रहे है। वही जिले में कार्यरत श्री जी कंपनी व एल.एन.टी कंपनी भी कटनी की खनिज संपदा का दोहन कर रही है। जानकारी के मुताबिक श्री जी कम्पनी बाई पास फ्रो लाइन सड़क के निर्माण कर रही है। सड़क निर्माण का कार्य एक वर्ष पूर्व हो जाना चाहिए था लेकिन श्री कंपनी की लचर व्यवस्था के चलते बाईपास का निर्माण कार्य मंद गति से चल रहा है। कुछ ऐसा ही हाल एलएनटी कंपनी का भी है जो रेलवे की साइड में कार्यरत है। सूत्र कहते है की इन कम्पनियों के द्वारा अवैध रूप से खनन कराई गई बाक्साइड मुरुम का उपयोग इन निर्माण कार्यो में किया जा रहा हैं।
इन्ही कम्पनियों को बाक्साइड व मुरुम उपलब्ध कराने खनिज माफिया भी जिले भर में सक्रिय है। रात के अंधेरे में खनिज संपदा का दोहन अवैध धड़ल्ले से चल रहा हैं। सूत्र बताते है इन दिनों ये खेल, सड़क किनारे से दो किलोमीटर के दायरे में अवैध उत्खनन, अमराडार, मंटोला में भी जारी है।
जिले में अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाने के लिए तत्कालीन कलेक्टर अवि प्रसाद के द्वारा प्रयास तो किए गए लेकिन अधीनस्थ अधिकारियों की खनिज माफियों से साठगाँठ के चलते पूरी तरह से अंकुश नही कसा जा सका। वैसे भी कटनी जिले में खनिज विभाग की खनिज माफियाओ से मिलीभगत जग ज़ाहिर हैं। विभाग की ढुलमुल कार्य प्रणाली के चलते अब तक अवैध उत्खनन पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है।
जिले में कई ऐसे स्थान है जहां पर देर रात अवैध उत्खनन करते हुए खनिज संपदा का दोहन किया जा रहा है। कुछ ऐसा ही हो रहा है इन दिनो शाहनगर रोड पर ग्राम मंटोला के समीप। सूत्र बताते हैं कि ग्राम मंटोला के समीप लगभग 2 किलोमीटर के दायरे में एक खनिज माफिया के द्वारा रात के समय बड़ी-बड़ी मशीन लगाकर बड़े पैमाने पर उत्खनन अवैध रूप से किया जा रहा है। इसके अलावा अमराडाड में भी चोरी छिपे खनिज संपदा के अवैध खनन का क्रम निरंतर जारी है। सूत्रों की माने तो श्री जी कंपनी ने खसरा नंबर 218 में एक हेक्टेयर की अनुमति ली जबकि 20 हेक्टेयर में उत्खनन कर दिया।
ग्राम मंटोला के समीप जिस स्थल पर उत्खनन किया जा रहा है जिसका एक वीडियो भी पिछले दिनों खूब बायरल हुआ था। वीडियो वायरल करने वाले स्थानीय लोग दावा करते नजर आ रहे हैं कि यहां पर विभागीय अधिकारियों से साठगांठ करते हुए एक खनिज माफिया के द्वारा बड़े पैमाने पर मुरूम का अवैध उत्खनन किया गया है। लगभग 2 किलोमीटर के दायरे में अवैध उत्खनन करते हुए शासन को बड़े पैमाने पर हानि पहुंचाई गई है। मंटोला के अलावा अमाराडाड में भी कुछ इसी तरह से अवैध उत्खनन किया गया है। दोनों जगह पर रात के अंधेरे में जेसीबी मशीनों के माध्यम से मुरूम का अवैध उत्खनन किया जाता है और उनका परिवहन धड़ल्ले से होता रहता है। कई बार शिकायतें किए जाने के बाद भी विभागीय अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही न किए जाने से लोगों में असंतोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि साथ गांठ होने के कारण ही विभाग द्वारा अवैध उत्खनन करने वाले के खिलाफ किसी तरह की कार्यवाही नहीं की जाती उल्टा अधिकारी ही अवैध खनन करने वाले को संरक्षण प्रदान करते हुए अवैध रूप से खनन और परिवहन करने की मूक अनुमति प्रदान करते है।