किडनी अस्पताल के संचालक डा. अश्विनी पाठक, उनकी पत्नी दुहिता और अकाउंटेंट को भेजा जेल

जबलपुर,। आधारकार्ड लेकर किडनी अस्पताल पहुंच जाओ। 24 घंटे के भीतर आयुष्मान योजना का कार्ड बना दिया जाएगा। होटल में ठहरने की सुविधा के साथ चाय नाश्ता भोजन व रोजाना एक हजार रुपये अलग से दिए जाएंगे…। सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल के इस आफर का लोगों ने भरपूर फायदा उठाया। जिनके पास आयुष्मान कार्ड था वे कार्ड लेकर तथा जिनके पास नहीं था वे आधारकार्ड लेकर अस्पताल पहुंच जाते थे। दो साल में ऐसे सैकड़ों छद्म मरीजों को भर्ती कर उपचार के नाम पर किडनी अस्पताल के डा. अश्विनी पाठक व उनकी पत्नी दुहिता पाठक ने करोड़ों रुपये कमाए। आयुष्मान योजना से जुड़े अधिकारियों की साठगांठ से पाठक दंपती ने आयुष्मान योजना को दो साल में आठ से 10 करोड़ रुपये का चूना लगाया। एक दिन की रिमांड में पूछताछ के बाद पुलिस ने डा. पाठक दंपती व सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल के अकाउंटेंट स्टार सिटी निवासी 45 वर्षीय कमलेश्वर मेहतो को कोर्ट के निर्देश पर मंगलवार को जेल भेज दिया।
जमानत अर्जी निरस्त, अगली पेशी 13 सितंबर को
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आलोक प्रताप सिंह की कोर्ट ने सेंट्रल इंडिया किडनी हास्पिटल के डाक्टर अश्विनी पाठक व उनकी पत्नी दुहिता पाठक को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा। जमानत अर्जी निरस्त, 13 सितंबर को अगली पेशी होगी। आपत्तिकर्ता रूप सिंह की ओर से अधिवक्ता संतोष आनन्द ने जमानत का विरोध किया।