जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

कलेक्टर पहंुचे स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सेंटर और उद्योग भवन: जबलपुर का आर्थिक और सामाजिक विकास होगा

जबलपुर, यशभारत। कलेक्टर डाॅ. इलैयाराजा टी ने स्मार्ट सिटी के इन्क्यूबेशन सेंटर का निरीक्षण कर स्टार्टअप से चर्चा की। इस दौरान कृषि, मैनेजमेंट, वेजिटेबल शाॅपी, लीगल सर्विसेस, मैनिफेस मार्केटिंग, इलैक्ट्रानिक व्हीकल, वर्चुअल रियालिटीज आदि विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर संबंधित नवाचार एवं स्टार्टअप को जागृत करने पर जोर दिया। नवाचार एवं स्टार्टअप की गतिशीलता वैश्विक आर्थिक वातावरण में परिवर्तन के साथ आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश आदि स्टार्टअप नीति के उद्देश्य व नीति पर फोकस पर कहा कि समाज की स्वीकार्यता को देखते हुए नियमित रूप से एक्टीविटिज करें।

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उल्लेखनीय है कि जबलपुर स्मार्ट सिटी द्वारा वर्ष 2017 में मध्य भारत के सबसे नवीन और आशाजनक स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है, जो स्टार्टअप्स को हर संभव मदद प्रदान करता है और समाज के सतत विकास में मदद करेगा। इस स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सेंटर का लक्ष्य बड़े पैमाने पर युवाओं, शोधकर्ताओं, इंजीनियरों और समाज के बीच उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देना है जिससे जबलपुर का आर्थिक और सामाजिक विकास होगा। जबलपुर इन्क्यूबेशन सेंटर एक सेक्टर अग्नोस्टिक इन्क्यूबेशन फैसिलिटी है जहाँ हर सेक्टर के स्टार्टअप को सहायता दी जाएगी। स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सेंटर में 24 घंटे वर्किंग सुविधा है। शहर के मध्य उद्योग भवन कटंगा में पूरी तरह से सुसज्जित इन्फ्रास्ट्रक्चर, कोवर्किगं स्पेस, वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग रूम, हाई स्पीड इटंरनटे के अलावा अन्य सुविधाओं में जैसे, मेंटरशिप, बिजनेस नेटवर्किंग, फंड रेजिगं और तकनीकी सहायता शामिल हैं। जबलपुर इन्क्यूबेशन सेण्टर में फिजिकल एवं और वर्चुअल दोनों इन्क्यूबेशन सुविधा है। ‘

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फिजिकल इन्क्यूबेशन में लगभग 150 लोग एक साथ बैठकर कार्य करने की क्षमता है। वर्चुअल इन्क्यूबेशन उन स्टार्टअप्स के लिए जिन्हे आॅफिस स्पेस की जरुरत नहीं है अतः उन्हें फंडरेजिगं, मेंटरशिप, बिजनेस नेटवर्किंग और तकनीकी सहायता की व्यवस्था है।

 

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कार्यालय को अपडेट रखें
कलेक्टर उद्योग भवन में औद्योगिक विकास निगम व जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र का निरीक्षण किया तथा औद्योगिक विकास व रोजगार सृजन के संबंध में संबंधित अधिकारियों से विस्तार से चर्चा किया। आॅफिस निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने प्रत्येक शाखा में जाकर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी से कार्य प्रणाली व कार्यालयीन व्यवस्था के संबंध में भी पूछा और कार्यालय को अपडेट करने के निर्देश दिये। इस दौरान जीएमडीआईसी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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