यश भारत खास : नागदेव की ऐसी कृपा की आज तक यहां सर्पदंश से नहीं हुई किसी की मौत : बीन की धुन पर आती है नाग की सवारी

मंडला | अद्भुत रहस्य और आस्था के सैलाब के साथ ही कुछ अनोखी करनामें हमें आस्था और ईश्वर की मौजूदगी का एहसास कराता है ऐसा ही नजारा ग्राम पंचायत गुड़ा अंजनियां के पोषक ग्राम कोसमघाट में देखने मिलता है जहां आज तक सर्पदंश से किसी की मौत नहीं हुई और तो और यहां नाग देवता स्वयं आकर लोगों के प्रश्नों का उत्तर भी देते हैं।
सप्त-ग्राम समायोजन पंचमी का भव्या आयोजन किया गया, इस आयोजन में नागदेवता को मनाने अनोखे तरीके से पूजा पाठ की गई। इस अवसर पर अनेक ग्रामों के हजारों ग्रामीण सम्मिलित थे, अलग-अलग टीमों के द्वारा गायन प्रस्तुत किया गया। बीन की धुन में सैकड़ों लोगों को नाग की सवारी आयी और ये नाग की तरह नाचते रहे।
आपको बता दें कि इस ग्राम में यह पारम्पंरिक आयोजन 1961 से चल रहा है इसकी शुरूआत झनकू तेकाम, दुले जंघेला, ब्रम्हेप जंघेला, छत्तू जंघेला, रामप्रसाद यादव द्वारा की गई थी, तब से निरन्तरर यह आयोजन आस्था के साथ किया जाता है, इस मौके पर नागदेवता से कामना की जाती है कि वो अपने प्रकोप व दंश से लोगों को क्षति न पंहुचाये।
बताया गया कि इस ग्राम में सर्पदंश से किसी की मृत्यु नहीं हुई है, पारम्प रिक पूजा पाठ की पध्दति से लोगों को बचा लिया जाता है।