भाजपा कार्यालय में हंगामा क्या बरपा, हवा लग गई जेल की :- टिकटों का खेल क्या प्रत्याशियों को परिणाम में रुलाएगा
जबलपुर यश भारत। नवंबर 2005 को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में हंगामा हुआ था। लेकिन उस समय ऐसा नहीं हुआ था की बात थाने तक पहुंच जाए। उमा भारती के समर्थकों ने जोरदार नारेबाजी की, चिल्ला चोट की, नेताओं के खिलाफ बयान भी दिए। अब 21 अक्टूबर 2023 की तारीख है जो भाजपा में काले अध्याय में दर्ज होगी। जहां जबलपुर के संभागीय कार्यालय में प्रदेश प्रभारी, संगठन महामंत्री और संभाग प्रभारी के सामने जमकर नारे बाजी हुई गाली गलौज हुई छीना छपटी हुई और नौबत मारपीट तक पहुंच गई।
भारतीय जनता पार्टी की पांचवी सूची जारी होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के जबलपुर स्थित संभागीय कार्यालय में टिकट न मिलने से खफा दावेदारों के समर्थकों द्वारा जमकर हंगामा किया गया। हंगामा उस दौरान हुआ जब कार्यालय में संभागीय बैठक चल रही थी। जहां केंद्रीय मंत्री व मध्य प्रदेश के प्रभारी भूपेंद्र यादव व संभाग की प्रभारी और राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार के साथ संभाग भर के पदाधिकारी मौजूद रहे। अनुशासन की ध्वजवाहक मानी जाने वाली पार्टी के कार्यालय में लोगों द्वारा किया गया इस तरह का हंगामा अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है। जिस तरह का विरोध जबलपुर में देखने को मिला है वैसी स्थिति कमोवेश प्रदेश के हर जिले में देखने को मिल रही है। कहीं भीतर खाने आग लगी है तो कहीं खुलकर विरोध हो रहा है। ऐसे में जबलपुर की आग कहीं पूरे प्रदेश की कई सीटों को प्रभावित करने की स्थिति न निर्मित कर दे हैं।