मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व के एक युवा बाघ का शिकारियों ने शिकार कर दिया है। शिकार करने का तरीका बेहद डरावना है। विक्रमपुर गांव के पास बाघ फांसी के फंदे पर लटका मिला है। बाघ के शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया है।
घटना उत्तर वन मंडल क्षेत्र के पन्ना रेंज के लक्ष्मीपुर से विक्रमपुर के जंगल की है। यहां पर अज्ञात शिकारियों ने शिकार करके बाघ को मार दिया है। अज्ञात शिकारियों ने बाघ को पेड़ पर फांसी के फंदे से लटका दिया है। जानकारी के लगते ही वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंच चुके हैं।
शिकारियों तक पहुंचने का हो रहा प्रयास
छतरपुर सीसीएफ संजीव झा ने बताया कि मामले की जांच बारीकी से करवाई जा रही है। सतना और पन्ना की डॉग स्क्वायड टीम ने मौके पर आकर जांच की है। हम शिकारियों तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।
पन्ना टाइगर रिजर्व में 75 बाघ
मध्यप्रदेश को 526 बाघ के साथ टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त है। जिसमें पन्ना टाइगर रिजर्व का अहम योगदान माना जाता है। पन्ना टाइगर रिजर्व में अभी 75 से अधिक बाघ हैं। उसके अलावा मध्य प्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, सतपुढ़ा, पेंच और संजय दुबरी टाइगर रिजर्व सहित कई बाघ अभयारण्य हैं। लेकिन बाघों की मौतें जिस तरह सामने आ रही हैं, उससे बाघ संरक्षण पर सवाल खड़े होना लाजिमी हैं।
10 जून को 2 बाघों का मिला था शव
10 जून 2022 को पीटीआर के राजाबारिया के पास सड़क किनारे गुरुवार सुबह 13 वर्षीय बाघ का शव मिला था। उसी दिन पन्ना कोर परिक्षेत्र के बीट राजाबरिया में पन्ना-कटनी सड़क मार्ग के किनारे बाघ पी-111 भी मृत मिला था।
बाघिन पी-213 की हुई थी मौत
10 नवंबर 2021 को यहीं पर बाघिन पी-213 की मौत हुई थी। बाघिन पी -213 का जन्म पन्ना टाइगर रिजर्व में ही हुआ था। उसकी उम्र 3 वर्ष थी। साल 2021 में सतना जिले में एक खेत में बाघ का शिकार किया था। उसकी जांच अभी हाल ही में कंप्लीट हुई है।