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बुढ़ापे के सहारे का अभी तक नहीं लगा कोई सुराग -रुंधे गले से मां ने बताई पूरी दास्तान- न जाने कहां किस हाल में होगा मेरा बेटा

भागलपुर- सूरत एक्सप्रेस में भेड़ाघाट स्टेशन की घटना समोसा को लेकर हुआ था विवाद

जबलपुर यशभारत। मैं अपने बेटे के जन्मदिन की खुशी में उसके लिए कपड़े लेने के लिए बाजार गई हुई थी मन में बहुत ही खुशियां थी कि आज मेरे बेटे का जन्मदिन है। इधर बहन भी भाई के जन्मदिन को लेकर उत्साहित थी उधर पिता भी खुशियां मनाने के लिए लालयित था। किंतु यह खुशियां श्याद उसे परिवार के लिए एक सपना ही था जब उनको यह जानकारी लगी कि मेरे बेटे को एक ट्रेन में डालकर पैंट्रीकार वाले अपने साथ ले गए हैं। यह जानकारी लगते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया और तब से अभी तक अपने लाडले को देखने के लिए अखियां अभी तक टकटकी लगाई हुए हैं। उक्त घटना भेड़ाघाट रेलवे स्टेशन में 6 माह पूर्व घटित हुई थी। परिजनों ने इस संबंध में बताया कि सुमित ठाकुर गौड़ मजदूरी का काम करता था वह घर से मजदूरी करने के लिए निकला हुआ था। और मदन महल रेलवे स्टेशन पहुंच तो वहां पर भागलपुर सूरत एक्सप्रेस खड़ी हुई थी जहां पर उसने पैंट्रीकार वालों से समोसे को लेकर विवाद की स्थिति बन गई विवाद इतना बड़ा पैंट्रीकार के वैडरों उसके साथ न केवल मारपीट की बल्कि अपने साथ सुमित को ट्रेन में डालकर भी ले गए। उक्त घटना 17 अगस्त की शाम 5:30 बजे की है। इस संबंध में सुमित की मां ने यश भारत को बताया कि घटना की रिपोर्ट मदन महल जीआरपी में एवं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन मैं भी दर्ज कराई गई थी। लेकिन सुमित को गायब हुए 4 माह 4 दिन हो गए उसका कहीं भी कोई सुराग नहीं लगा है। इकलौते पुत्र की चिंता में पिता पागल जैसे हो गया। मां रोशनी ठाकुर एवं बहन प्रभा ठाकुर घर का भरण पोषण करने के लिए मजदूरी कर रही है। सुमित की मां ने आगे बताया कि 24 घंटे बेटे की यादें बनी रहती हैं की कब उसका पता लग जाए और हम उसको देख सकें।जानकारों ने यह भी बताया कि उक्त गाड़ी उस दिन डाइवर्ट रूट से भेड़ाघाट होकर सूरत जा रही थी।
सुमित के मित्रों ने दी जानकारी
भेड़ाघाट स्टेशन में हुई इस घटना की जानकारी नाबालिग के दो अन्य साथियों द्वारा उसके परिजनों को दी गई। इसके बाद पीड़ित पक्ष द्वारा इस घटना की जानकारी मदन महल जीआरपी में दर्ज कराई गई है। भेड़ाघाट स्टेशन बस्ती निवासी 48 वर्षीय मनोहर ठाकुर ने बताया कि घटना के चार माह बीत जाने के बाद भी उसकी कोई जानकारी नहीं लग पा रही है।

त्योहार भी रहे फीके फीके
सुमित ठाकुर की मां 40 वर्षीय रोशनी ठाकुर ने बताया कि जब से मेरा लाडला गायब है तब से सभी त्योहार की खुशियां गमों में तब्दील हो गई। रक्षाबंधन दिवाली दशहरा आदि त्यौहार कब निकल गए यह पता ही नहीं चला। हमको तो बस अपने लाड़ले की यादें ही बनी रहती है।

क्या कहते हैं अधिकारी भेड़ाघाट स्टेशन में 17 अगस्त को हुई घटना की शिकायत पीड़ित पक्ष द्वारा मदन महल जीआरपी में की गई है। गुम इंसान कायम कर तलाश की जा रही है।

लोकेश मार्को
डीएसपी रेल जबलपुर

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