
जबलपुर, यशभारत। आनंद नगर अधारताल स्थित मौसम विभाग का कार्यालय उदासीनता के चलते अव्यवस्थाओं का शिकार होकर रह गया है कार्यालय परिसर में बेतरतीब तरीके से झाड़ झंकाड़ उग आए और गाजर घास तथा गैर उपयोगी झाडिय़ां का जंगल का नजर आ रहा है जिसकी सफाई की ओर किसी का ध्यान नहीं है जिसके कारण यह महत्वपूर्ण कार्यालय अव्यवस्थाओं के घेरे में है। झाडिय़ों में जीव जंतुओं ने अपना ठिकाना भी बना लिया है जिन्हें पूरे परिसर में विचरण करते देखा जा सकता है। मौसम कार्यालय की मुख्य बिल्डिंग के आसपास चारों तरफ ऊगी झाडिय़ों के कारण यह कार्यालय न केवल अपनी खूबसूरती को खो रहा है बल्कि इतने महत्वपूर्ण कार्यालय के प्रति यह उदासीनता आश्चर्य जनक है। कार्यालय के समीप कर्मचारियों के क्वार्टर भी बने हैं जहां कुछ लोग रहते भी हैं इनके रखरखाव पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आसपास पहले अनुपयोगी जंगल से यहां रहने वाले कर्मचारी भी आशंकित रहते हैं की न जाने कब उनका सामना सांप नेवला जैसे जीव जंतुओं से हो जाए।
इतना ही नहीं मौसम विभाग की बाउंड्री वॉल से दो तरफ बड़ी संख्या में टपरेनुमा दुकान सजाकर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर रखा है जिनमें चाय पान से लेकर चिकन मटन की दुकानों के साथ ही कबाडय़िों और वाहन सुधरने वालों की दुकान संचालित हो रही हैं। यह अतिक्रमण मौसम विभाग कार्यालय के सीने पर कोढ़ सा नजर आ रहा है एक तरफ तो शहर में जहां-तहां अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाती है वहीं इतने महत्वपूर्ण कार्यालय की बाउंड्री से लगकर किए गए इन अतिक्रमण को हटाने आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया जिसके कारण अतिक्रमणकारी धड़ल्ले से अपना कारोबार कर रहे हैं ।
शाम ढलते ही शराबियों और असामाजिक तत्वों का जमघट
दिन में तो ठीक है लेकिन शाम ढलते ही यहां लगने वाली चिकन मटन की दुकानों के आसपास शराबियों और असामाजिक तत्वों का डेरा बन जाता है उनकी अवांछित गतिविधियां बढ़ जाती हैं। कभी कभार तो नशेड़ी कार्यालय के मुख्य गेट के सामने ही जाम छलकते नजर आ जाते हैं इतना ही नहीं कार्यालय के मुख्य गेट के अंदर तक पहुंच जाते हैं और गाली गलौज से लेकर झूम झपटी तक की स्थिति निर्मित हो जाती है तत्वों की बढ़ती गतिविधियों के कारण मौसम कार्यालय के कर्मचारी भी सहमे से रहते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो मौसम कार्यालय की बाउंड्री से लगे यह अतिक्रमण कार्यालय की महत्ता को पलीता लगा रहे हैं।
हॉकर्स जोन लगता है
यदि किसी अनजान व्यक्ति को मौसम कार्यालय जाना हो तो उसकी समझ में यह नहीं आता की मौसम कार्यालय आखिर कहां है? क्योंकि मुख्य गेट के दोनों तरफ टपरे नुमा दुकानों और उनमें लगी भीड़ से ऐसा प्रतीत होता है मानो यह कोई हॉकर्स जोन है कुल मिलाकर संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों को चाहिए कि वह मौसम कार्यालय की महत्व को देखते हुए इसे व्यवस्थित स्वरूप प्रदान करने गंभीरता से कार्यवाही सुनिश्चित करें ताकि संभाग का यह महत्वपूर्ण कार्यालय अच्छे स्वरूप में नजर आ सके।
दिया जा सकता है खूबसूरत गार्डन का स्वरूप
मौसम विभाग कार्यालय के पास बाउंड्री वाल से घिरी जितनी खाली जमीन पड़ी है यदि उसमें लगे झाड़ फूंस झाडिय़ां को कटवा कर साफ कर दिया जाए तो न केवल पूरा प्रांगण साफ सुथरा नजर आने लगेगा बल्कि यदि ईमानदारी से प्रयास करके कार्य योजना बनाकर इसे विकसित स्वरूप देकर संवरा जाए तो यहां एक छोटा गार्डन विकसित किया जा सकता है जिससे न केवल मौसम विभाग कार्यालय की खूबसूरती में चार चांद लग जाएंगे बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से भी यह एक सार्थक कदम होगा।