सुबह 4.30 बजे मेडिकल के आईसीयू से भागा कैदी: लगा था लकवा, फिर भी दौड़कर हुआ फरार
जबलपुर यश भारत।
नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल अस्पताल में एक बार फिर जेल का कैदी फरार हो गया। कैदी को पैरालिसिस की शिकायत पर भर्ती कराया गया था लेकिन सुबह 4:30 बजे अपने बेटे के साथ मेडिकल अस्पताल से फरार हो गया घटना की जानकारी लगते ही मेडिकल अस्पताल में हदम मच गया साथी पुलिस कर्मी कैदी को तलाशने के लिए यहां वहां भटकते नजर आए।
नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल मेडिसिन आईसीयू में भर्ती एक कैदी हथकड़ी तोड़कर उसे समय फरार हो गया जब उसकी सुरक्षा में तैनात पुलिस भी आराम फरमा रही थी। बताया जा रहा है कि नर्मदापुरम निवासी मुईन बबलू उर्फ पिता सलीम एक माह से भर्ती था जिसके शरीर में छाले थे और 6 माह से लकवा की एक्टिंग कर रहा था।
आईसीयू में था भर्ती
कैदी को सबसे पहले 19 नंबर वार्ड में भर्ती कराया गया था जहां से प्राथमिक उपचार के बाद पैरालिसिस की शिकायत होने पर उसे मेडिसिन इस आईसीयू विभाग में शिफ्ट किया गया लेकिन आज सुबह कैदी अपने बेटे के साथ पुलिसकर्मी को चकमा देकर फरार हो गया इस घटना के बाद मेडिकल अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्ड और कैदी की देखरेख में तैनात पुलिसकर्मी उसे तलाशने के लिए पूरे मेडिकल परिसर में घूम परंतु उसका कहीं पता नहीं चला।
पैरालिसिस की शिकायत फिर भी दौड़कर भागा कैदी
बताया जा रहा है कि कैदी को एक शरीर के हिस्से में पैरालिसिस की शिकायत थी इसके बाद उसे आईसीयू में भर्ती कर गया था लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने देखा कि पहले मैसेज की शिकायत होने के बावजूद कैदी हथकड़ी तोड़कर दौड़ लगाकर भागते हुए मेडिकल से बाहर हो गया एक चर्चा यह भी है कि डॉक्टर की गलत परीक्षण के कारण कैदी फरार होने में कामयाब हुआ दरअसल कैदी को पैरालिसिस संबंधित कोई शिकायत नहीं थी।
इससे पहले भी भाग चुके हैं कैदी
नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल अस्पताल में कैदी के भागने का पहला मामला नहीं है इससे पहले भी कई कैदी भाग चुके हैं हालांकि उनकी देखरेख में तैनात पुलिस कर्मियों ने कुछ घंटे में ही कैदियों को पकड़ लिया है लेकिन इस बार कैदी को भेज 5 घंटे से ज्यादा हो गए हैं परंतु पुलिस उसका सुराग नहीं लगा पाई है। कैदियों की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों की भूमिका पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं चर्चा हो रही है कि जेल पुलिस कर्मियों की मिली भगत से कैदियों को फरार कराया जाता है।