अस्पताल की सक्रियता से बची थी मरीज की जान, जान बचाने को लेकर मरीज के परिजनों ने किया अस्पताल प्रबंधन व कर्मचारियों का साधुवाद
जबलपुर यश भारत । शहर में आज सुबह होते ही एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा था।यह वीडियो दमोह नाका स्थित मेट्रो अस्पताल का है वीडियो में एक मरीज अस्पताल की बालकनी से लटकता हुआ दिखाई दे रहा है और अस्पताल में मौजूद सारा प्रबंधन उसे बचाने में लगा हुआ है बस इसी घटना से संबंधित लगभग 2 मिनट का वीडियो वायरल होता रहा ,जिस पर वायरल वीडियो के आधार पर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगी ।कोई कहता रहा कि अस्पताल का बिल इतना ज्यादा हो गया था कि मरीज बिल चुकाने में सक्षम नहीं था , इसलिए बालकनी में कूद कर भाग रहा था इस प्रकार की और भी अफवाहें जो कि अस्पताल को लेकर फैल रही थी।परंतु जब यश भारत की टीम ने वायरल वीडियो का पड़ताल किया तो उसको लेकर एक अलग ही तथ्य सामने आया वायरल वीडियो में दिख रहे मरीज का नाम दिलीप सिंह है जिसकी उम्र 30 वर्ष है और जो कैमूर कटनी का निवासी है कैमूर में ही एक वाहन दुर्घटना में वह घायल हो गया था और 20 अगस्त को मेट्रो अस्पताल लाया गया तब से लेकर अभी तक उसका इलाज जारी था। मरीज के ही परिजनों ने बताया कि एक्सीडेंट होने के बाद दिलीप की मनोस्थिति उतनी सही नहीं है जिसके कारण वह अस्पताल की बालकनी से भागने की कोशिश कर रहा था।वहीं दूसरी तरफ मरीज के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन व वाहन के कर्मचारियों का साधुवाद भी दिया है मरीज के परिजनों का कहना है कि वह तो अस्पताल प्रबंधन और कर्मचारियों की सक्रियता थी जिसके चलते बालकनी में चढ़े दिलीप की अस्पताल कर्मचारियों द्वारा जान बचा ली गई वरना किसी भी प्रकार का हादसा दिलीप के साथ हो सकता है था ।वहीं दूसरी तरफ एक और हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है मरीज के परिजनों ने यह भी बात बताई की बिल उनका एडवांस में ही जमा था अस्पताल ने बिल जमा करने को लेकर किसी भी प्रकार की कोई दबाव उन पर नहीं डाला था।अर्थात वायरल हो रहे मेट्रो अस्पताल के इस वीडियो जिसमें मरीज बालकनी में चढ़ा है उसकी मनोस्थिति सही नहीं थी इसलिए वह बालकनी में जाकर चढ़ गया था और भागने की कोशिश कर रहा था। वायरल हो रहे इस वीडियो के फैक्ट कुछ और ही निकले जिन बातों को लेकर यह वीडियो वायरल हो रहा था वह 100% असत्य है