बेशर्मी की हद! युद्ध में हार के बावजूद पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को मिला प्रमोशन, बने फील्ड मार्शल
भारत के खिलाफ युद्ध में करारी हार के बावजूद पाकिस्तानी सरकार ने सेना प्रमुख को दिया सर्वोच्च पद, जनता को गुमराह करने की कोशिश

भारत के खिलाफ युद्ध में करारी हार के बावजूद पाकिस्तानी सरकार ने सेना प्रमुख को दिया सर्वोच्च पद, जनता को गुमराह करने की कोशिश
नई दिल्ली: भारत के साथ हालिया युद्ध में करारी हार का सामना करने के बावजूद, पाकिस्तानी सरकार ने अपने सेना प्रमुख आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करके सबको चौंका दिया है। पाकिस्तानी न्यूज चैनल जियो न्यूज ने इस खबर की पुष्टि की है।
इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन पाकिस्तानी सरकार और सेना अपनी जनता को गुमराह करने के लिए इसे जीत के रूप में पेश कर रही है। जनता को भ्रमित करने के लिए उन्होंने कई मनगढ़ंत कहानियां रची हैं और फर्जी वीडियो भी साझा किए हैं।
अपनी झूठी जीत को सही साबित करने के लिए शहबाज शरीफ सरकार ने आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत करने का फैसला किया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शहबाज कैबिनेट ने सोमवार को जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
विदेश मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान किसी भी कीमत पर यह संदेश देना चाहता है कि उसने भारत के साथ युद्ध में जीत हासिल की है। यही कारण है कि वे इस तरह के कदम उठा रहे हैं, ताकि कोई उन पर संदेह न करे। हालांकि, भारत द्वारा जारी किए गए सैटेलाइट चित्र पाकिस्तान के झूठे दावों की पोल खोल रहे हैं।
यह खबर इसलिए भी हैरान करने वाली है क्योंकि भारत द्वारा संचालित ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर न केवल उन पर हमला किया, बल्कि उनके कई हवाई अड्डों को भी नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान में फील्ड मार्शल का पद पाकिस्तानी सशस्त्र बलों में सर्वोच्च स्थान रखता है। पाकिस्तान के इतिहास में अब तक केवल एक ही व्यक्ति को फील्ड मार्शल बनाया गया है, अयूब खान, जिन्होंने 1959 से 1967 तक पाकिस्तान की सत्ता संभाली थी।