उत्तर प्रदेश से बिहार आया 2 करोड़ का भैंसा नीतीश कुमार की ‘शराबबंदी’ से है परेशान; तीन दिन में फीकी पड़ी चमक
The buffalo worth Rs 2 crore, which came to Bihar from Uttar Pradesh, is upset with Nitish Kumar's 'liquor ban'; The shine faded in three days

छपरा: सोनपुर मेले में इस बार उत्तर प्रदेश से एक खास मेहमान आया है, दो करोड़ का भैंसा! लेकिन ये भैंसा थोड़ा उदास है क्योंकि बिहार में शराबबंदी की वजह से इसे उसकी पसंदीदा बीयर नहीं मिल पा रही है। भैंसे के मालिक रामजतन यादव का कहना है कि उनका भैंसा हर रोज दो बीयर पीता था, जिससे वो एकदम चुस्त-दुरुस्त रहता था।
भैंसे की दिनचर्या में आया बड़ा बदलाव
रामजतन यादव अपने इस खास भैंसे को लेकर उत्तर प्रदेश के बनारस से सोनपुर मेला आये हैं। यह मुर्रा नस्ल का भैंसा मेले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसकी कीमत दो करोड़ पांच लाख रुपये बताई जा रही है। रामजतन यादव ने बताया कि यह भैंसा संतरा, गेहूं और मसूर दाने खाता है। इस भैंसे से जिस भैंस का गर्भधारण करवाया जाता है, उसका बच्चा उच्च नस्ल का होता है। यही वजह है कि इस भैंसे की कीमत इतनी ज्यादा है।
लेकिन बिहार आकर भैंसे की दिनचर्या में एक बड़ा बदलाव आया है। रामजतन यादव ने बताया कि मेरा भैंसा रोज़ दो बीयर पीता है। खाने के साथ उसे दो बीयर दी जाती थी। इससे वह पूरे दिन मस्त रहता है। लेकिन बिहार में बीयर पर प्रतिबंध होने के कारण भैंसे को बीयर नहीं दी जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि बीयर नहीं मिलने से भैंसे की चमक फीकी पड़ गई है और वह सुस्त दिख रहा है।
भैंस की तबीयत भी हो गयी है खराब
रामजतन यादव की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं होती हैं। उन्होंने बताया कि सोनपुर आने के बाद उनकी एक भैंस की तबीयत भी खराब हो गयी है। दूर से आने में भैंस को परेशानी हुई, इसके कारण ही उसकी तबीयत खराब हो गई है। भैंस ने दूध देना भी कम कर दिया है।
दो करोड़ के भैंसे के अलावा रामजतन यादव अपनी दो और भैंसें भी मेले में लेकर आये हैं। ये दोनों भैंसें भी मुर्रा नस्ल की हैं और अच्छी मात्रा में दूध देती हैं। एक भैंस 24 लीटर दूध देती है, जबकि दूसरी 20 लीटर। इन दोनों भैंसों की कीमत भी अच्छी रखी गई है। ज्यादा दूध देने वाली भैंस की कीमत पांच लाख रुपये और दूसरी की तीन लाख रुपये रखी गई है।
मुर्रा नस्ल की है दोनों भैंस
मुर्रा नस्ल की भैंसों की पहचान के बारे में बताते हुए रामजतन यादव ने कहा कि ये दोनों भैंस मुर्रा नस्ल की है। इस नस्ल की भैंस की सींग विशेष रूप से रिंग के आकार में होती है, जो इसकी पहचान होती है। उन्होंने आगे बताया कि मुर्रा नस्ल की भैंसें मुख्य रूप से हरियाणा और पंजाब में पाई जाती हैं। ये उच्च दुग्ध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं और इनका दूध उच्च वसा वाला होता है। मुर्रा नस्ल की भैंसें गहरे काले रंग की होती हैं।







