
लुधियाना, पंजाब: लुधियाना में एक सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) की रिवॉल्वर से गलती से चली गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई, जिसके बाद एएसआई और उसके दो साथियों ने मिलकर शव को कार में डालकर मोरिंडा नहर में फेंक दिया। मृतक की पहचान गुरजिंदर सिंह उर्फ गोरा के रूप में हुई है। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब गुरजिंदर के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई और पुलिस ने सख्ती से जांच शुरू की।
घटना का विवरण:
एडीसीपी मनदीप सिंह द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह घटना 16 अप्रैल को हुई। मृतक गुरजिंदर सिंह गोरा, सुखविंदर सिंह उर्फ गगन और आरोपी एएसआई अविंदरपाल सिंह उर्फ टेम एक साथ शराब पी रहे थे। शराब के नशे में मजाक करते हुए, बंटी (एएसआई) की रिवॉल्वर से गोली चल गई, जो सीधे गुरजिंदर सिंह गोरा को लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
शव को ठिकाने लगाना:
गुरजिंदर की मौत के बाद, आरोपी एएसआई डर गया और उसने अपने साथियों की मदद से गुरजिंदर के शव को अपनी कार में डाला और मोरिंडा नहर में फेंक दिया।
पुलिस जांच और खुलासा:
जब गुरजिंदर के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई और उसकी तस्वीर वायरल की, तो मोरिंडा पुलिस ने लुधियाना पुलिस से संपर्क किया। मोरिंडा पुलिस ने पहले ही एक अज्ञात शव मिलने के मामले में गुरजिंदर के शव का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार कर दिया था। गुरजिंदर की मां ने पुलिस को बताया कि गुरजिंदर आरोपी एएसआई बंटी और गगन के साथ कार में गया था और तब से लापता है।
इसके बाद, पुलिस अधिकारियों ने आरोपी एएसआई को हिरासत में लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद उसने हत्या की बात कबूल कर ली और पूरी घटना का खुलासा किया।
गिरफ्तारियां और आगे की कार्रवाई:
एडीसीपी मनदीप सिंह के अनुसार, पुलिस ने गोपनीय सूचना के आधार पर तीनों आरोपियों – एएसआई अविंदरपाल सिंह उर्फ टेम, सुखविंदर सिंह उर्फ गगन और एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की सबसे बड़ी गलती यह थी कि उन्होंने हत्या करने के बाद पुलिस को सूचना देने के बजाय शव को नष्ट कर दिया। जिस कार में मृतक गोरा को ले जाने का आरोप है, उसकी भी फोरेंसिक जांच की गई है। मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।