जर्जर भवन में चल रही पढ़ाई, सरकारी स्कूल में बच्चों का भविष्य खतरे में
Studies are going on in a dilapidated building, the future of children in government school is in danger

जर्जर भवन में चल रही पढ़ाई, सरकारी स्कूल में बच्चों का भविष्य खतरे में
टपकती छत, गंदा परिसर और टूटी दीवारें

जबलपुर, यश भारत। पूर्व विधानसभा क्षेत्र के घमापुर नंबर 5 वार्ड में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला की स्थिति इन दिनों अत्यंत चिंताजनक बनी हुई है। शीतला माई मंदिर के सामने स्थित यह विद्यालय लंबे समय से जर्जर अवस्था में है और मरम्मत की सख्त ज़रूरत है। वर्तमान में यहां अध्ययनरत बच्चों की जान को सीधा खतरा बना हुआ है।विद्यालय भवन की छत जगह-जगह से टपक रही है, जिससे बरसात के दिनों में कक्षाओं के भीतर पानी भर जाता है। बच्चों को फर्श पर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है, क्योंकि बेंच और टेबल की संख्या भी सीमित है और जो उपलब्ध हैं वे भी कई स्थानों पर टूटे हुए हैं।

विद्यालय परिसर में सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं है। शिक्षकों के अनुसार, न तो नियमित सफाईकर्मी आता है और न ही पीने के पानी की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है। बाथरूम पूरी तरह से जर्जर अवस्था में हैं दरवाज़े टूटे हुए हैं और कई स्थानों पर बाथरूम उपयोग के लायक ही नहीं बचे हैं।

विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक के करीब 60 बच्चे अध्ययनरत हैं, जबकि पूर्व में यहां 150 से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ते थे। विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि कई बार इस समस्या को लेकर नगर निगम, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

भवन की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। स्थानीय रहवासी एवं अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि विद्यालय भवन का तुरंत निरीक्षण कर जल्द से जल्द मरम्मत अथवा पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाए, जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और उन्हें बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल सके।







