नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में सख्त पहराः रेड कार्ड पर मिलेगी एंट्री
महिला गार्ड 24 घंटे तैनात रहेगी रात के समय सभी गेट बंद रहेंगे, हाॅस्टल से रात के समय बाहर निकलना बंद
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में सुरक्षा का सख्त पहरा कर दिया गया है। अब रेड कार्ड दिखाने पर ही एंट्री मिलेगी। 24 घंटे महिला गार्ड ओपीडी से लेकर वार्ड में मौजूद रहेेगी, बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। दरअसल सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने के पीछे महिला चिकित्सकों के साथ हो रही घटनाएं है। बीते कुछ दिन पूर्व जूनियर महिला डाॅक्टरों के साथ बाहरी तत्वों ने बदसलूकी की थी यहां तक कि मेडिकल हाॅस्टल तक बाहरी तत्व घुस आए थे जिसके जमकर बवाल मचा था।
मेडिकल अधीक्षक डाॅक्टर अरविंद शर्मा ने बताया कि कोलकाता में हुई घटना और आए दिन मेडिकल महिला चिकित्सकों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर बीते दिनों प्रबंधन की एक बैठक आयोजित की गई थी जिसमें तय किया गया है कि एक पेशेंट के साथ सिर्फ एक अटेंडर रहेगा और उसके लिए रेड कार्ड जारी किया जाएगा इसी आधार पर अटेंडर वार्ड के अंदर और बाहर जा सकता है। यह कार्ड रात 7 से सुबह 7 बजे तक काम करेगा। इसके अलावा महिला वार्ड में भी फीमेल गार्ड 24 घंटे मौजूद रहेगी।
हाॅस्टल से रात में बाहर नहीं जाएगी छात्राएं
मेडिकल हाॅस्टल में रहने वाली छात्राओं पर भी मेडिकल प्रबंधन ने सख्ती बरती है। तय किया गया है कि रात के समय छात्राएं कैंम्पस के बाहर नहीं जाएगी। किसी विषम परिस्थति में बाहर जाना पड़ेगा तो इसकी अनुमति वार्डन से लेनी होगी।
रात 9 बजे सभी गेट बंद रहेंगे, मुख्य गेट खुला रहेगा
मेडिकल परिसर में रात के समय बाहरी तत्व प्रवेश न कर पाए इसके लिए रात 9 बजे के बाद सभी गेट बंद कर दिए जाएंगे। सिर्फ मुख्य गेट खुला रहेगा जहां से मरीजों को आना होता है। बाहरी तत्वों को देखते ही बाहर खदेड़ने की कार्रवाई भी सुरक्षा कपंनी के गार्ड करेंगे।
ड्यूटी खत्म होने के बाद परिसर में नजर आएंगे गार्ड-वार्ड
मेडिकल अस्पताल में किस तरह से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ड्यूटी खत्म करने के बाद कोई भी कर्मचारी-अधिकारी या फिर आउटसोर्स के लोग घूमते हुए नजर नहीं आएंगे। इसके अलावा सभी कर्मचारी अपने गले में आईकार्ड टांगकर ही ड्यूटी करेंगे।
महिला चिकित्सक के साथ सुपरवाइजर और गार्ड रहेगा
मेडिकल प्रबंधन की आयोजित बैठक में तय किया गया है कि अगर महिला चिकित्सक को एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग में जाना है तो उनके साथ सुरक्षा कंपनी का सुपरवाइजर और एक गार्ड साथ में रहेगा। रात के समय सुरक्षा बढ़ाई भी जा सकती है। इसके अलावा महिला वार्डों में सिर्फ महिला वार्ड वाॅय ही रहेगी कोई भी महिला चिकित्सकों का रहेगा तो उसे महिला वार्ड ही करेंगी।
24 घंटे महिला गार्ड रहेगी
बताया जा रहा है कि महिला चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर मेडिकल प्रबंधन पूरी तरह से सजग है। इसके तहत तय किया गया है कि 24 घंटे महिला गार्ड ओपीडी में नजर आएगी। तीन शिप्टों में महिला गार्ड तैनात रहेंगी। साथ ही महिला गार्ड कम है तो उसकी भर्ती भी की जाएगी।
इनका कहना है
मेडिकल अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाई गई है, जहां लाइटें बंद थी वहां सुधार कार्य कराया गया है। सुरक्षा व्यवस्था सुचारू रूप से बनी रहे इसके लिए सुरक्षा कंपनी को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
डाॅक्टर अरविंद शर्मा, अधीक्षक मेडिकल अस्पताल