शर्मनाक! छात्रों को बनाया मजदूर, 40 किलो के छात्र से उठवाई 50 किलो की बोरियां
यूपी के बुलंदशहर से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। शहर के एक प्राइमरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाई के जगह पर मजदूरी करनी पड़ रही है। स्कूल प्रशासन बच्चों से गेहूं के बोरे उठवा रहे हैं। रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि 40 किलो के छात्र 50 किलो का गेहूं का बोरा ढो रहे हैं। इतना ही नहीं जब एक बच्चो से बोरा नहीं उठ पा रहा था तो दो-दो बच्चों को भारी भरकम गेहूं का बोरा उठाकर एमडीएम के गोदाम तक ले जाने को कहा गया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। आइए इस मामले के बारे में जानते हैं।
मामले की होगी जांच
बुलंदशहर के अनूपशहर तहसील क्षेत्र के गांव रोरा स्थित परिषदीय विद्यालय में एमडीएम के लिए गेहूं के बोरो की खेप पहुंची थी। जहां उसकी अनलोडिंग के लिए मजदूरों को बुलाया जाना चाहिए था, वहीं स्कूल स्टाफ ने गेहूं के भारी भरकम बोरों को स्कूल के छात्रों से ही उठवाया और एमडीएम (Mid Day Meal) के गोदाम तक पहुंचाने को कहा। बता दें कि गेहूं के एक बोरे का वजन 50 किलो बताया गया है जबकि बोरे को ढोने वाले छात्र का वजन 40 किलो से अधिक नहीं था।
शिक्षकों पर कार्रवाई
जानकारी मिली है कि इस घटना में शामिल शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर दीपक कुमार ने बताया कि यह वीडियो आज का ही है। वीडियो में जो छात्र गेहूं ढो रहे हैं वह गेहूं मिड डे मील के लिए लाया गया था। छात्रों से गेहूं ढुलाई का कार्य नहीं करवाया जा सकता, ये गलत है। इसलिए स्कूल के स्टाफ के खिलाफ डिसीप्लिनरी एंक्शन लिया जाएगा और जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि हर महीने छात्रों के हिसाब से मिड डे मील के लिए राशन आता है। वायरल वीडियो में गेहूं के जो बोरे छात्र ढोते हुए दिख रहे हैं वह गेहूं मिड डे मील के लिए मंगाया गया था। खंड शिक्षा अधिकारी के मुताबिक गेहूं के बोर का वजन 50 किलो तक होता है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है हर महीने गेहूं के भारी भरकम बोरों को छात्रों से ही उठवाए जाते होंगे।