भारत आज अपने 76वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है। इस दिन को खास बनाते हुए, कर्तव्य पथ पर आयोजित भव्य परेड ने देशवासियों को गर्व और उत्साह से भर दिया। इस वर्ष गणतंत्र दिवस के साथ-साथ भारतीय संविधान के प्रभावी होने की 75वीं वर्षगांठ भी मनाई जा रही है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
इस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाने से हुई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने तिरंगा फहराया। इसके साथ कर्तव्य पथ पर भारतीय सेना की भव्य परेड हुई, जिसमें विभिन्न सैन्य दस्तों ने अपनी ताकत और अनुशासन का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों, संस्कृतियों और परंपराओं के रंग भी देखने को मिले, जिन्होंने देश की विविधता को एक साथ प्रस्तुत किया। गणतंत्र दिवस का यह दिन भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और संविधान के प्रति सम्मान को दर्शाता है, जो भारतीय समाज के मूलभूत सिद्धांतों और स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में स्थापित है।
गणतंत्र दिवस 2025 के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का एक शानदार प्रदर्शन हुआ, जिसमें 5,000 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से कर्तव्य पथ को रौशन किया। इस बार सांस्कृतिक प्रदर्शन का विस्तार विजय चौक से लेकर सी-हैग्जागन तक किया गया, ताकि सभी मेहमानों को समान रूप से दृश्य अनुभव प्राप्त हो सके। सांस्कृतिक प्रदर्शन का नाम ‘जयति जय मम भारतम’ रखा गया है, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकारों ने 45 से अधिक नृत्य रूपों की प्रस्तुति दी। इस 11 मिनट के प्रदर्शन में भारतीय सांस्कृतिक विविधता की अद्भुत झलक देखने को मिली, जो देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करता है।: सीआरपीएफ की महिला दल का भव्य मार्चकर्तव्य पथ पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 148 सदस्यीय महिला मार्चिंग दल ने अपनी ताकत और समर्पण का प्रदर्शन किया। इस दल का नेतृत्व असिस्टेंट कमांडेंट ऐश्वर्या जोय एम ने किया और यह ऐतिहासिक मार्च महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा बलों में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करने के रूप में देखा गया। यह मार्चिंग दल कर्तव्य पथ पर शानदार तरीके से परेड करता हुआ गुजरा, जो भारतीय महिलाओं की ताकत और देश की रक्षा में उनकी अहम भूमिका को प्रदर्शित करता है।कर्तव्य पथ पर भारतीय नौसेना की झांकी
76वें गणतंत्र दिवस की परेड में भारतीय नौसेना की झांकी ने हिस्सा लिया। जो एक मजबूत ‘आत्मनिर्भर’ नौसेना को दिखाता है और भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने और हजारों मील तक भारत की समुद्री शक्ति का प्रदर्शन करने में सक्षम है।गणतंत्र दिवस परेड में बग्गी में पहुंचीं राष्ट्रपति
कर्तव्य पथ पर वीरों का प्रदर्शन: कर्तव्य पथ पर भारतीय सशस्त्र बलों के वीर पूर्व सैनिकों के जीवन और बलिदानों को समर्पित एक भव्य झांकी का प्रदर्शन किया गया। इस झांकी ने उन बहादुर सैनिकों की अनगिनत कहानियों को जीवंत किया जिन्होंने देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी। इस प्रदर्शनी में सम्मानित खेल वीर भी शामिल हुए जिन्होंने भारत को खेलों में गर्व दिलाया। इनमें पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त सूबेदार मुरलीकांत पेटकर का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिनकी जीवन गाथा बॉलीवुड फिल्म “चंदू चैंपियन” का प्रेरणास्त्रोत बनी। इसके अलावा, मानद कप्तान जीतू राय भी उपस्थित थे।अर्जुन और खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त अन्य प्रमुख खेल वीरों में कर्नल बलबीर सिंह कुलर, कैप्टन (आईएन) होमी मोटिवाला, मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर ताजिंदर तोर, मास्टर वारंट ऑफिसर राम मेहर सिंह, और विंग कमांडर गुरमीत संधू का नाम शामिल था। इन सभी ने अपने अद्वितीय योगदान से देश को गौरवान्वित किया।
भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में भारतीय सेना का भव्य मार्च कर्तव्य पथ पर हुआ, जो पूरे देशवासियों के लिए गर्व का क्षण था। इस अवसर पर भारतीय सेना के विभिन्न रेजीमेंट्स और यूनिट्स ने अपनी शक्ति और एकता का प्रदर्शन किया। गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत माउंटेड कॉलम से हुई, जिसका नेतृत्व 61 कैवलरी ने किया। इस कॉलम का नेतृत्व लेफ्टिनेंट आहान कुमार ने किया। इसके बाद नौ मैकेनाइज्ड कॉलम और नौ मार्चिंग कंटिजेंट्स ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें भारतीय सेना के विभिन्न प्रमुख दस्तों का हिस्सा शामिल था।परेड में हिस्सा लेने वाले प्रमुख दस्तों में गार्ड्स ब्रिगेड, जाट रेजीमेंट, गढ़वाल राइफल्स, महार रेजीमेंट, जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजीमेंट और सिग्नल कोर जैसे प्रमुख और प्रतिष्ठित यूनिट्स शामिल थे। इन दस्तों ने अपने अद्भुत समर्पण और अनुशासन से कर्तव्य पथ पर मार्च किया, जो भारतीय सेना की शक्ति और साहस का प्रतीक था।राष्ट्रपति ने ली सलामी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार और परेड सेकेंड-इन-कमांड मेजर जनरल सुमित मेहता की सलामी ली।Republic Day 2025 LIVE: 76वें गणतंत्र दिवस की पहली हवाई संरचना, ध्वज संरचना। 129 हेलीकॉप्टर यूनिट के Mi-17 1V हेलीकॉप्टर आसमान से उड़ान भरते हुए राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ सेना, नौसेना और वायु सेना के संबंधित सेवा ध्वजों को ले जा रहे हैं व पुष्प वर्षा कर रहे हैं।300 कलाकारों की परेड परेड में 300 कलाकारों के एक समूह द्वारा स्वदेशी वाद्ययंत्रों के मिश्रण के साथ धुन बजाई जा रही है। संस्कृति मंत्रालय ने वाद्ययंत्रों के इस समूह को एक साथ लाया है जिसमें पवन और ताल वाद्यों का विस्तृत मिश्रण शामिल है।