
जबलपुर, यश भारत। लंबे समय से लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के बीच झूल रही जबलपुर दमोह सड़क का सुधार कार्य नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के हाथों में जाते ही शुरू हो गया है। पिछले 3 सालों से सड़क की हालत खस्ता थी लेकिन यह सड़क दो विभागों के बीच में झूल रही थी। एक तरफ जहां पीडब्ल्यूडी विभाग सड़क थी लेकिन इसे पीडब्लूडी को ट्रांसफर किया जाना था। जिसके चलते कोई भी विभाग इसका मेंटेनेंस नहीं कर रहा था लेकिन अब आधिकारिक रूप से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के पास सड़क चले जाने के बाद सड़क में सुधार कार्य शुरू हो गया है। जिसका फायदा यहां से गुजरने वाले लाखों लोगों को होगा।
3 साल पहले हुई थी घोषणा
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के दमोह स्थित सिंगोदगढ़ आगमन के दौरान उन्होंने जबलपुर से दमोह और दमोह से झांसी जाने वाली सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करते हुए 4 लाइन बनाने की घोषणा की हुई थी। लेकिन उस समय यह सड़क मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग के पास थी और स्टेट हाईवे थी। जिसके चलते रोड ट्रांसफर में लगभग 3 साल का समय लग गया। जिस कारण इस रूट का मेंटेनेंस लोक निर्माण विभाग द्वारा नहीं कराया गया और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पास सड़क न जाने के कारण वह भी इसमें कोई काम नहीं कर सके। जिससे इस रूट की हालत खस्ता हो गई थी। जिसको लेकर मध्य प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह द्वारा प्रयास किया गया था और इस सड़क को उनके प्रयासों के बाद ही ट्रांसफर किया गया है। साथ ही साथ जबलपुर दमोह झांसी फोरलेन सड़क की घोषणा भी मंत्री राकेश सिंह के जबलपुर सांसद रहते की गई थी जिसमें उनकी बड़ी भूमिका थी।
24 करोड़ में सुधरेगी 90 किलोमीटर की सड़क
जबलपुर से दमोह के बीच में होने वाले सुधार कार्य को लेकर लगभग 24 करोड रुपए का टेंडर जारी किया गया है। जहां पर रोड ज्यादा खराब है वहां लेयरिंग का काम हो रहा है वही जहां पर छोटे गड्ढे हैं वहां फीलिंग की जा रही है। जिसको लेकर कटंगी बाईपास से सूरतलाई के बीच का काम पूरा हो गया है। जहां बहुत बड़े हिस्से में लेयरिंग की गई है। इसके अलावा संग्रामपुर से लेकर दमोह तक की सड़क सबसे ज्यादा खराब है जिसे रिपेयरिंग की तत्काल आवश्यकता है। जिसके चलते दमोह की ओर से भी रिपेयरिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है।
अगले साल से बनेगी फोरलेन सड़क
इस सड़क का रिपेयरिंग कार्य तात्कालिक रूप से किया जा रहा है क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित होने के बाद यह सड़क फोरलेन बनाई जाना है। जिसमें बड़े कस्बो को बाईपास किया जाएगा और क्रॉसिंग पर ब्रिज बनाए जाएंगे । जिसको लेकर 1 साल के अंदर डीपीआर तैयार हो जाएगा और फिर टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। लेकिन इस मे एक साल या उससे अधिक का समय लग सकता है। जिसके चलते सड़क को मोटरेविल बनाए रखने के लिए यह कार्य किया जा रहा है । यह पूरी सड़क जबलपुर को दमोह होते हुए सीधे झांसी से जोड़ देगी ऐसे में दिल्ली जाने वाले लोगों को सागर जाने का चक्कर बचेगा।
