रामपुर सामूहिक आत्महत्या मामला-उड़ जाएंगे एक दिन तस्वीर से रंगों की तरह, हम वक्त की टहनी पर बैठे हैं परिंदों की तरह.. बहुत कुछ कहती है पूनम की एक सप्ताह पूर्व की इंस्टाग्राम पोस्ट

जबलपुर।
गोरखपुर थाना अंतर्गत रामपुर छापर के सामूहिक आत्महत्या का मामला शहर में लगातार सुर्खियों में बना हुआ है 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी भी लोगों के मन में सवाल लगातार उठ रहे हैं कि आखिर इस दंपत्ति ने एक साथ सामूहिक आत्महत्या क्यों की?? पुलिस 20 अनसुलझी गुत्थी को लगातार सुलझाने में लगी हुई है इसी कड़ी में अगर हम बर्मन दंपत्ति में पत्नी पूनम बर्मन की इंस्टाग्राम आईडी को देखें तो 1 सप्ताह पूर्व उसमें जिंदगी को जीने को लेकर सकारात्मक तरीके से प्रोत्साहित करने की पोस्ट डले हुए हैं। 1 सप्ताह पूर्व पूनम द्वारा एक पोस्ट डाली गई जिसमें की जिंदगी से थके और हारी हुई बातों से परे जिंदगी जीने की बातों को लेकर सकारात्मक बातें लिखी हुई हैं।
क्या है पोस्ट में!!
पूनम ने मौत की दिनांक 1 सप्ताह पूर्व एक पोस्ट डाली जिसमें की हर पल को जीने की बात लिखी हुई है। पोस्ट में लिखा है कि “उड़ जाएंगे एक दिन तस्वीर से रंगों की तरह, हम वक्त की टहनी पर बैठे हैं परिंदों की तरह”। अर्थात कहीं ना कहीं ऐसा प्रतीत होता है कि कोई समस्या थी जिस से लगातार वह लड़ रही थी और जिंदगी की जद्दोजहद में जिंदगी जीने के रास्ते ढूंढ रही थी।
जो है समा जी भर जियो
सबसे रोचक बात यह है कि इस पोस्ट के बैकग्राउंड में कल हो ना हो मूवी का जो है समा जी भर जियो वाला गाना लगा हुआ है जोकि जिंदगी से हारे हुए लोगों को उत्साह पूर्वक जीवन जीने के लिए सतत् रूप से प्रोत्साहित करता है इसके अलावा “जीने के लिए सोचा ही नहीं”जैसे गानों को अपने पोस्ट में डाल कर अपनी परेशानियों को छुपाने की कोशिश करती दिख रही है।
तीन प्रमुख घटकों के असंतुलन से आता है आत्महत्या का ख्याल -डाक्टर रत्नेश कुरररिया
समस्तिष्क में कुछ रसायन होते हैं जिनके तीन प्रमुख घटक होते हैं जिसमें की जैविक ,सामाजिक और मनोवैज्ञानिक घटक प्रमुख होते हैं इन घटकों के असंतुलन से मन में आत्महत्या का ख्याल जरूर आता है जिसमें कि किसी भी प्रकार का मुद्दा आर्थिक व्यापारिक व्यक्तिगत और विभिन्न कारणों से पति-पत्नी में विश्वास विश्वास की भावना पारिवारिक तनाव से जो व्यक्ति परेशान होता है अमूमन इस प्रकार की जीवन में आ रही समस्याओं के चलते आत्महत्या के बारे में सोचता है वह लाचार हो जाता है और विश्वास की कमी के चलते आत्महत्या कर लेता है ।
144,116 में करें काल,राष्ट्रीय टैली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम ने जारी किया नंबर
राष्ट्रीय टैली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम द्वारा दिल्ली मानस कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें की सरकार द्वारा 144 और 116 नंबर अधिकृत किए गए हैं अगर किसी भी प्रकार की ऐसी परिस्थितियों से आप गुजर रहे हैं और आपको आत्महत्या का ख्याल आ रहा है तो इन नंबरों पर कॉल करके बात कर सकते हैं इसके अलावा 18008914416 नंबर भी जारी किया गया है।इन नंबरों पर कॉल करके हमें सरकार द्वारा काउंसिलिंग मिलती है जिसमें काउंसलर हर ऐसी परिस्थितियों से लड़ने की सलाह और जिंदगी को लेकर प्रोत्साहित करने का रास्ता प्रशस्त करतें हैं