भोपालमध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में बारिश और ठंडी हवाओं ने बदला मौसम का मिजाज

मध्य प्रदेश में बारिश और ठंडी हवाओं ने बदला मौसम का मिजाज
– डिप्रेशन और चक्रवात मोंथा का असर 
भोपाल यशभारत। मध्य प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। अरब सागर में बने डिप्रेशन, बंगाल की खाड़ी में सक्रिय डीप डिप्रेशन और उत्तर भारत में प्रभावी साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर से प्रदेश में बारिश और ठंडी हवाओं का दौर शुरू हो गया है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। गुरुवार को सुबह से ही बादल छाए रहे ठंडी हवाओं ने लोगों के गर्म कपड़े पहनने के लिए मजबूर कर दिया गया। तापमान में गिरावट दर्ज की गई और लोगों को नवंबर से पहले ही ठंडक का एहसास होने लगा।
अरब सागर में उठा मोंथा चक्रवात बना मुख्य कारण 
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, अरब सागर में उठा चक्रवात मोंथा अब कमजोर होकर डिप्रेशन में तब्दील हो गया है, लेकिन इसका असर मध्य भारत तक पहुंच चुका है। इससे हवा की दिशा बदल गई है और नमी तेजी से बढ़ी है। हवा की रफ्तार 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने से ठंडक में और इजाफा हुआ है। राजधानी भोपाल में पूरे दिन आसमान पर बादल छाए रहे। दोपहर के बाद कई इलाकों में हल्की बारिश के साथ तेज हवा चली। इंदौर और उज्जैन में भी झोंकों के साथ बूंदाबांदी होती रही। मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार को प्रदेश के 15 से अधिक जिलों में वर्षा दर्ज की गई।
पूर्वी और दक्षिणी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए पूर्वी और दक्षिणी मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
अगले 24 घंटों में सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट जिलों में 2.5 से 4.5 इंच तक वर्षा की संभावना जताई गई है। खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, जबलपुर, कटनी और पन्ना जिलों में हल्की बारिश के साथ गरज-चमक और आंधी की संभावना है।
भोपाल में बढ़ेगी हवा की रफ्तार  
राज्य के पश्चिमी और मध्य हिस्सों विशेषकर भोपाल में हवा की रफ्तार तेज होगी। इसी के साथ ही इंदौर और उज्जैन में हवाएं आम दिनों की तुलना में तेज चलेंगी। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और खुले में कचरा जलाने या निर्माण सामग्री ढेर न करने की सलाह दी है, क्योंकि तेज हवाओं से उडऩे वाला मलबा दुर्घटना का कारण बन सकता है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले दो दिनों तक यह सिस्टम सक्रिय रहेगा और 1 नवंबर तक ठंडी हवाएं जारी रहेंगी। इसके बाद तापमान में और गिरावट आने की संभावना है, जिससे प्रदेश में सर्दी का शुरुआती दौर औपचारिक रूप से शुरू हो जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button