पुणे के बहुचर्चित हिट एंड रन केस जबलपुर की सॉफ्टवेयर इंजीनियर की मौत

जबलपुर। पुणे में हुए बहुचर्चित हिट एंड रन केस में जबलपुर की युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर की दर्दनाक मौत हुई है।जबलपुर की रहने वाली 25 साल की अश्विनी कोष्टा 19 मई को अपने दोस्त के साथ बाइक पर पार्टी से घर लौट रही थी। उसी समय पुणे शहर के कल्याणी नगर के पास एक फेमस बिल्डर के 17 साल के बेटे ने तेज रफ्तार में अपनी पोर्शे टेक्कन कार से अश्विनी कोष्टा की बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। ये टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मौके पर ही अश्विनी कोष्टा और उनके दोस्त की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को भी गिरफ्तार लिया था, जिसे सोमवार को जमानत मिल गई।
पुणे के कल्याणी नगर में हुए इस हादसे में जबलपुर के शक्ति नगर से लगे साकार हिल्स में रहने वाली 25 साल की अश्वनी कोष्टा ने हादसे के तुरंत बाद मौके पर ही दम तोड़ दिया। अश्विनी के शव को सोमवार की शाम पुणे से जबलपुर लाया गया। परिवार में सबसे छोटी होने के कारण अश्वनी को सभी लोग प्यार से आशी कह कर बुलाया करते थे। सडक़ हादसे में आशी की दर्दनाक मौत की खबर जैसे ही आई परिवार में मातम छा गया। मृतिका अश्वनी कोष्टा के पिता सुरेश कुमार कोष्टा जबलपुर के शक्ति नगर से लगे साकार हिल्स कॉलोनी में बिजली विभाग में कार्यालय सहायक के पद पर पदस्थ हैं। उनका एक बेटा सम्प्रित बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है तो दूसरी बेटी अश्विनी पिछले 2 सालों से पुणे में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम कर रही है। अश्विनी इससे पहले अमेजॉन कंपनी में थी। आशी का शव सोमवार की शाम को पुणे से जैसे ही उसके घर पहुंचा तो परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल था। आसपास के लोग भी आशी को आखिरी बार देखने के लिए जमा होने लगे। अश्विनी कोष्टा उर्फ आशी के परिवार वालों का कहना है कि आशी को इंसाफ दिलाने के लिए वे हर स्तर की लड़ाई लडऩे के लिए तैयार हैं।
