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PUBG के लिए मां की हत्या:नाबालिग ने 6 गोलियां दागीं, 3 दिन शव के साथ रहा फिर पिता को वीडियो कॉल किया

PUBG ना खेलने देने से नाराज 16 साल के बेटे ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद मां के शव के साथ तीन दिन घर में रहा। 10 साल की बहन को भी धमकाकर घर से बाहर जाने से रोके रखा। शव सड़ने से बदबू फैली तो सेना में अधिकारी पिता को खुद फोन करके बताया कि मां की हत्या कर दी है। पिता की जानकारी पर मंगलवार रात पुलिस ने शव को घर से बाहर निकाला।

मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले नवीन कुमार सिंह सेना में जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर हैं। उनकी पोस्टिंग पश्चिम बंगाल में है। लखनऊ के पीजीआई इलाके में यमुनापुरम कॉलोनी में उनका मकान है। यहां उनकी पत्नी साधना (40 साल) अपने 16 साल के बेटे और 10 साल की बेटी के साथ रहती थीं। बेटे ने मंगलवार रात अपने पिता नवीन को वीडियो कॉल करके बताया कि उसने मां की हत्या कर दी है। उसने पिता को शव भी दिखाया। नवीन ने एक रिश्तेदार को फोन करके तत्काल अपने घर भेजा। पुलिस पहुंची तो घर के अंदर के हालात देखकर दंग रह गई।

पुलिस का दावा- मोबाइल पर गेम खेलने से रोका तो मार डाला
ADCP काशिम आब्दी के मुताबिक, बेटा मोबाइल पर गेम खेलने का आदी था, लेकिन साधना उसे गेम खेलने से रोकती थीं। शनिवार की रात भी उन्होंने बेटे को गेम खेलने से मना किया। बेटा इससे नाराज हो गया। रात करीब 2 बजे जब साधना गहरी नींद में थीं, उसने अलमारी से पिता की पिस्टल निकाली और मां की हत्या कर दी। इसके बाद बहन को डरा-धमकाकर उसी कमरे में बंद कर दिया।

यह फोटो मृतक साधना की है। वह अपने 16 साल के बेटे और 10 साल की बेटी के साथ रहती थीं। पिता की बंगाल में पोस्टिंग है।
यह फोटो मृतक साधना की है। वह अपने 16 साल के बेटे और 10 साल की बेटी के साथ रहती थीं। पिता की बंगाल में पोस्टिंग है।

भाई के खौफ से मां की लाश के साथ सोती रही मासूम
पुलिस ने मंगलवार देर रात बाहर का गेट खोला तो घर के अंदर से असहनीय बदबू आ रही थी। पुलिस वाले नाक पर रुमाल रखकर किसी तरह भीतर दाखिल हुए तो बेड पर साधना की सड़ी हुई लाश पड़ी थी। शव इतना सड़ चुका था कि चेहरा पहचान पाना मुश्किल था। उसी कमरे में सिसकियां लेती साधना की 10 साल की बेटी भी थी। पुलिस का दावा है कि बेटे ने बहन के सामने मां को गोली मारी। इससे वो इतनी दहशत में आ गई कि भाई के कहने पर मां की लाश के साथ ही सोती रही।

लाश के बगल में पड़ी थी पिस्टल, पूरी मैगजीन खाली थी
पुलिस को साधना के शव के पास नवीन की लाइसेंसी पिस्टल मिली। पिस्टल की मैगजीन पूरी खाली थी। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बेटे ने मैगजीन की सभी गोलियां मां के ऊपर दाग दीं। हालांकि, लाश सड़ जाने की वजह से शरीर पर गन शॉट दिखाई नहीं दे रहे थे। पुलिस ने बेटे से काफी पूछताछ की, लेकिन उसने कितनी गोलियां दागीं बता नहीं पाया। इसके लिए पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

तीन दिनों में जब लाश सड़ गई तो बेटे ने पिता को वीडियो कॉल कर हत्या की वारदात बताई। इसके बाद पिता की सूचना पर पुलिस और रिश्तेदार पहुंचे।
तीन दिनों में जब लाश सड़ गई तो बेटे ने पिता को वीडियो कॉल कर हत्या की वारदात बताई। इसके बाद पिता की सूचना पर पुलिस और रिश्तेदार पहुंचे।

बर्थ-डे वाली रात मां-बेटे की लड़ाई हुई
दूसरी ओर पुलिस का यह भी कहना है कि साधना किसी बात से नाराज होकर बेटे को लगातार प्रताड़ित कर रही थी। अक्टूबर में बेटे का जन्मदिन था। बर्थडे की उसी रात बेटे ने मां की कोई ऐसी शिकायत पापा से की, जिसे लेकर दोनों में बहुत विवाद हुआ। इसके बाद से साधना लगातार बेटे को प्रताड़ित कर रही थी। घटना से दो दिन पहले 10 हजार रुपए चुराने का आरोप लगाकर बेटे की बेतहाशा पिटाई की थी। तभी उसने मां की हत्या करने की सोच ली थी।

पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। घर वालों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। घर वालों से पूछताछ की जा रही है।

मां की आदत से नफरत में घर छोड़कर भागा था
पुलिस का कहना है कि बेटे को मां की किसी आदत से बेहद नफरत थी। इसकी उसने पापा से कई बार शिकायत की। बावजूद इसके मां की हरकत में बदलाव नहीं आया। इसी हरकत से तंग आकर एक साल पहले वो घर छोड़कर भाग गया था। वह हरकत क्या थी, इस पर पुलिस ने हालांकि कोई बात नहीं बताई है। फिलहाल पुलिस ने बेटे को अपने संरक्षण में लेकर 10 साल की बेटी को नवीन के भाई के सुपुर्द कर दिया है।

बैन के बावजूद युवाओं ने पबजी खेलने का रास्ता ढूंढा
पबजी युवाओं में हिंसात्मक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वाला ऑनलाइन गेम है। 3 सितंबर 2020 को भारत सरकार ने चीनी ऐप पबजी को बैन कर दिया था, लेकिन आज भी कई अन्य ब्राउजर से लोग पबजी गेम खेल रहे हैं। बैन के बाद मध्यप्रदेश में खुलासा हुआ था कि एपीके फाइल के जरिए आसानी से डाउनलोड कर पबजी खेला जा रहा है।

यूजर्स पबजी गेम की साइट लोडिंग करते हैं। मतलब गेम की APK फाइल को फोन पर डाउनलोड किया जाता है और इसके बाद पबजी मोबाइल को सिंपल इंटरनेट से कनेक्ट कर सकते हैं। इसके बाद यूजर्स आराम से अपने गेम को सर्वर से कनेक्ट कर सकते हैं। साथ ही गेम के अपडेट्स को डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद पबजी यूजर्स आराम से गेम खेल रहे हैं।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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