हे प्रभु अपराधों का निकाल हो जाएं, डेढ़ माह में 2024 की विदाई,30 प्रतिशत प्रकरण लंबित, अंतिम दिनों में कोई बड़े अपराध न हो जिनकी कायमी करनी पड़े।
जबलपुर। 2024 की विदाई को अब डेढ़ माह से भी कम का समय बचा हुआ हैं, लेकिन थानों में लंबित प्रकरणों की भरमार हैं। 30 प्रतिशत अपराध लंबित हैं। जिन्हें अब बचे हुए दिनों मेें पूरा करना पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं हैं। पुलिस अधिकारियों ने लंबित प्रकरणें को साल के अंत तक समय सीमा में निपटारा करने मातहात को सख्त निर्देश दें दिए है, मातहात भी पूरी कोशिश में जुट गए है कि अपने-अपने थानों के प्रकरण निपट जाये और लंबित अपराधों का निकाल कर रिकॉर्ड दुरूस्त कर लें। ऐेसे में थानों की पुलिस प्रभु से गुहार भी लगा रही है कि अब साल के अंतिम दिनों में कोई बड़े अपराध न हो जिनकी कायमी करनी पड़े।
हे प्रभु अपराधों का निकाल हो जाएं
थानों में लंबित अपराधों को निपटाने का तेजी से चल रहा हैं। थाना प्रभारियों से लेकर विवेचक भगवान से यह भी प्रार्थना कर रहे हैं कि साल के अंतिम दिन अच्छे-अच्छे कट जाएं, लंबित अपराधों का निकाल हो और पुलिस रिकॉर्ड में लंबित मामलों की संख्या न बढ़े। साथ ही ऐसे कोई अपराध न हों जिनकी लिखा पढ़ी करना मजबूरी बन जाएं।
धूल खा रही फाइलें खुली, घनघना रहे फोन
सूत्रों की माने तो पुलिस थानों में कई ऐसे भी शिकायतें हैं जो धूल खा रही थी। सभी को पुलिस ने खंगालना शुरू कर दिया। साथ ही जांच पड़ताल के बाद जिन पर कायमी करना है और जिन शिकायतों का निपटारा करना है उनके फरियादियों को थाने से फोन भी पहुंच रहे है किसी के बयान बाकी है तो किसी की शिकायत पर विस्तृत जांच बाकी है।
साल खत्म होने से पहले निपटारा चुनौती
लंबित मामले पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए है। लंबित मामलों को निपटाने में पुलिस महकमा जुटा हुआ है। अधिकारियों से लेकर शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों के थाना प्रभारी साल खत्म होने के पहले लंबित मामलों के निपटारे की कवायद में जुट गए है जिन्हें साल खत्म होने से पहले निपटाना है जो चुनौती भी हैं।
इनका कहना है
30 प्रतिशत प्रकरण लंबित हैं जिनके निकारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। लंबित प्रकरणों को निपटाने के प्रयास तेज कर दिए गये है।
संपत उपाध्याय, पुलिस अधीक्षक