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भोपालमध्य प्रदेश

नीट यूजी का रिजल्ट जारी, इंदौर के उत्कर्ष अवधिया को मिला दूसरा स्थान 75 कैंडिडेट का रिजल्ट कोर्ट ने रोका 

नीट यूजी का रिजल्ट जारी, इंदौर के उत्कर्ष अवधिया को मिला दूसरा स्थान

75 कैंडिडेट का रिजल्ट कोर्ट ने रोका

भोपाल। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने शनिवार को नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। इंदौर के उत्कर्ष अवधिया ने देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। उम्मीदवार बेबसाइट पर अपना स्कोर चेक कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने लॉगिन डिटेल्स (एडमिट कार्ड नंबर और जन्मतिथि) का उपयोग करना होगा। उधर, मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने याचिका दायर करने वाले 75 उम्मीदवारों को छोड़कर बाकी सभी के नीट यूजी परीक्षा 2025 के नतीजे घोषित करने के निर्देश दिए थे। जिसकी वजह से उनका परिक्षा परिणाम रोक दिया गया है। गौरतलब है कि नीट यूजी देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा है, इसमें करीब 20 लाख छात्र बैइते हैं। मेडिकल प्रवेश परीक्षा 4 मई को आयोजित की गई थी। प्रदेश में कुल सीटों की संख्या 5025 है। इनमें से 17 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 2488 सीटें और 13 निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 2450 सीटें हैं। काउंसलिंग में एमबीबीएस के साथ बीडीएस में भी दाखिला दिया जाएगा। प्रदेश में 13 निजी डेंटल कॉलेज हैं जिसमें कुल बीडीएस की कुल 1220 सीटें हैं। रोका 75 स्टूडेंट का रिजल्ट 4 मई को हुए एक्जाम के दौरान इंदौर में 49 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। जहां लगभग 27 हजार छात्रों ने परीक्षा दी। इसी दौरान अचानक मौसम बदल गया। तेज बारिश और करीब 120 किमी/घंटा की रफ्तार से चली आंधी ने पूरे शहर की बिजली व्यवस्था ठप कर दी। इसके चलते करीब 11 सेंटरों की बिजली चली गई और परीक्षा केंद्रों में अंधेरा छा गया। 600 छात्रों की परीक्षा सीधे तौर पर प्रभावित हुई। यह पहला मौका था जब शहर के सरकारी स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए थे। यहां पावर बैकअप का कोई इंतजाम नहीं था। बिजली गुल होने की वजह से कई छात्रों को मोमबत्ती और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में पेपर देना पड़ा। घना अंधेरा होने के कारण बहुत से छात्र प्रश्नपत्र तक ठीक से पढ़ नहीं पाए। परीक्षा के बाद कई छात्र रोते हुए बाहर निकले। प्रभावित अभ्यर्थियों का कहना था कि उन्होंने पूरी मेहनत से तैयारी की थी, लेकिन खराब व्यवस्था ने उनका भविष्य संकट में डाल दिया। इसके खिलाफ 75 स्टूडेंट ने इंदौर हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने बाकी स्टूडेंट्स का रिजल्ट जारी करने के आदेश दे दिए हैं। इंदौर हाई कोर्ट में 15 मई को पहली सुनवाई हुई। इसमें 15 से ज्यादा याचिकाएं शामिल थीं। तब कोर्ट ने रिजल्ट पर रोक लगा दी थी। 19 मई को नीट की ओर से जवाब पेश किया गया। 22 मई को नीट की ओर से सॉलिसिटर तुषार मेहता वर्चुअली पेश हुए और कहा कि इंदौर से जुड़े 24 सेंटरों के स्टूडेंट्स के मामले में एक कमेटी गठित की जाए। अगली तारीख 26 मई तक याचिकाकर्ताओं की संख्या 60 हो गई। जबकि प्रभावित स्टूडेंट्स की संख्या 2 हजार से ज्यादा हो गई। कोर्ट ने अगली तारीख 29 मई को तय की लेकिन नंबर नहीं आने के कारण सुनवाई टल गई। 5 जून को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें ज्यादा बहस नहीं हो सकी। कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख सोमवार 9 जून तय की है। 9 जून को हाईकोर्ट में बहस हुई।

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