नवरात्रि:अघोषित बिजली कटौती से परेशान भक्त
-विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी बहाने बाजी में मस्त

-देवीय पर्व से पहले हुए मेंटेनेंस की खुल रही कलह
-दुर्गोत्सव समितियों एवं भक्तों में आक्रोश हो रहा व्याप्त
पनागर। नवरात्रि के पावन पर्व पर लाइट की कटौती ने पंडालों में दर्शकों और भक्तों को परेशान कर दिया है। लाइट बंद होने से पंडालों में अंधेरा छा जाता है और भक्तों को अपनी पूजा-अर्चना करने में मुश्किल होती है। इतना ही नहीं इन दिनों भ्रष्टाचार भी चरम पर है विद्युत विभाग में बिना रुपए के लेनदेन के कोई भी उपभोक्ता का कार्य नहीं होता जिसके चलते आमजनों की मांग है कि तत्काल वर्तमान में पदस्थ अधिकारी और कर्मचारियों को सस्पेंड किया जाए अन्यथा क्षेत्रीय लोग विद्युत विभाग के खिलाफ बड़ा जन आंदोलन करने की तैयारी में है।
बताया जा रहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने पर वह कहते है कि
हम लाइट की कटौती की समस्या का समाधान करने के लिए काम कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा।
-…तो कैसा किया था मेंटेनेंस
विद्युत व्यवस्था इन दिनों भगवान भरोसे चल रही है समय के पहले मेंटेनेंस के नाम पर सैकड़ो घंटे की लाइट कटौती करने के बाद भी विद्युत विभाग की स्थिति जस की तस है। 1 दिन में अनेकों शिकायत आने के बाद भी विद्युत विभाग मामले पर कार्रवाई नहीं कर रहा है इतना ही नहीं शिकायत आने के बाद भी समय पर समाधान नहीं हो पाता है जिसके कारण उपभोक्ताओं की स्थिति खराब होती जा रही है पर्व के दौरान विशेष रूप से विद्युत विभाग कार्रवाई करने तैयार रहता है लेकिन बिजली कटौती में कमी करने यथासंभव प्रयास भी नहीं करता जिसके कारण उपभोक्ताओं की स्थिति जर्जर है और अब नवरात्रि त्योहार पर भी अंधेरा गहराने लगा है।
-लाइनमैन-कर्मचारी शराब में मदमस्त
विद्युत विभाग की स्थिति ऐसी है कि यहां पर लाइनमैन और कर्मचारी शाम होते ही शराब के नशे में धुत हो जाते हैं जिसके चलते उपभोक्ताओं की शिकायतों पर ध्यान देने वाला भी कोई नहीं है स्थिति यह है कि हजारों के बिल जमा करने के बाद भी उपभोक्ता अपने आप को लुटा, पिटा महसूस कर रहा है। शाम को अगर उपभोक्ताओं की शिकायत आती भी है तो वह खाली हाथ वापस इसलिए लौट जाते हैं कि लाइनमैन और अधिकतर कर्मचारियों को होश ही नहीं रहता।
-पनागर में हो रही बड़े आंदोलन की तैयारी
रहवासियों की माने तो अगर विद्युत विभाग ने अपनी कार्य प्रणाली में समय रहते सुधर नहीं किया तो एक बड़ा आंदोलन विद्युत विभाग के खिलाफ खड़ा किया जाएगा साथ ही मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने की तैयारी है ताकि प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी विद्युत विभाग की इस कार्य प्रणाली का पता चल सके और वह तत्काल कार्रवाई कर ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों को तत्काल विभाग से हटा सके।
-ऐसे अधिकारी कर्मचारी को हटाने हो रही लामबंदी
क्षेत्रीय जनता की मांग है कि विद्युत विभाग में वर्तमान में पड़े अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं ऐसी स्थिति में यदि समय रहते विद्युत विभाग ने इनको पद मुक्त नहीं किया तो एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा और विद्युत विभाग में वर्तमान में पदस्थ अधिकारी और कर्मचारियों को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की जाएगी।
-भ्रष्टाचार में मदमस्त पनागर बिजली विभाग
स्थिति यह है कि विद्युत विभाग में इन दिनों सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है विद्युत विभाग के लाइनमैन और पढ़ें अधिकारी बिना रूपयों के लेनदेन उपभोक्ताओं की किसी भी समस्या का समाधान नहीं करते। ऐसे में क्षेत्रवासियों की यह मांग है कि अगर समय रहते उक्त अधिकारी और कर्मचारियों को सस्पेंड नहीं किया गया तो तत्काल बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा ।