किसी को फंसाना नहीं बल्कि व्यवस्था सुधारना है मेरा मकसद: कलेक्टर दीपक सक्सेना
फर्जी आईएसबीएन नंबर की किताबों का मामला
पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहीं अपने मन की बातें..
जबलपुर,यशभारत। स्कूल संचालकों से संाठ-गांठ कर अभिभावकों पर दुकान विशेष से किताबें, स्टेशनरी सामान लेने के मामले में दोषियों पर एफआईआर करने की बात पर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि मेरा किसी को फंसाने का मकसद नहीं है सिर्फ व्यवस्था को सुधारना मेरा मकसद है। लेकिन फिर भी कोई मोनोपॉली बनाकर किताबों को अधिक दाम पर बेच रहा है तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई होना सुनिश्चित है।
९९ प्रतिशत किताबों में मिला फर्जी आईएसबीएन नंबर
अभी तक की गई जांच में ये सामने आया है कि ९९ प्रतिशत किताबों में फर्जी आईसबीएन नंबर मिला है जो कि आईएसबीएन के पोर्टल में सर्च करने पर नॉट फाउंड होना बता रहा है। इस बात की पुष्टि कलेक्टर दीपक सक्सेना ने करते हुए बताया कि किताबों में आईएसबीएन के रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस बहुत सरल है लेकिन दुकान संचालकों ने किताबों में फर्जी आईएसबीएन नंबर क्यों लगाया ये जांच का विषय है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने यह भी कहा कि ये जानना बहुत जरूरी है कि ऐसा दुकान संचालकों ने क्यों किया है।