भोपालमध्य प्रदेश

राजधानी में एक्टिव हुआ माइक्रो बीट सिस्टम  

पुलिस महानिदेशक के अदेश के बाद सभी जोन में बढ़ाई पुलिस बल की सक्रियता  

राजधानी में एक्टिव हुआ माइक्रो बीट सिस्टम  

– पुलिस महानिदेशक के अदेश के बाद सभी जोन में बढ़ाई पुलिस बल की सक्रियता  

– होटल लॉज का निकाला जा रहा डाटा, नागरिकों से किया जा रहा संवाद 

अरविंद कपिल, भोपाल। राजधानी भोपाल में अपराधों का ग्राफ लगतार बढ़ता जा रहा है। आए दिन कहीं ना कहीं संगीन अपराध घटित हो रहे हैं। बढ़ते अपराधों ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। हालात यह है कि लोग घरों से निकलने में घबरा रहे हैं। लूट, नकबजनी, चोरी सहित हत्या के मामले में सामने आ रहे हैं। लोगों की जान माल की रक्षा करने के लिए पुलिस महकमे ने माइक्रो बीट प्रणाली को एक्टिव कर दिया है। हाल ही में पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने माइक्रो बीट प्रणाली को मजबूत करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद भोपाल के चारों जोन में पुलिस की गश्त को बढ़ाया गया है। इतना ही नहीं सभी जोन के होटल लॉज सहित संवदेनशील इलाकों की डाटा एकत्र किया जा रहा है। साथ ही लोगों की सुविधा के लिए पुलिस थानों और पुलिस अधिकारियों के नंबर भी चस्पा किए जा रहे हैँ।

यह होता है माइक्रोबीट सिस्टम 
– भोपाल पुलिस ने माइक्रो बीट सिस्टम लागू किया है।
– शहर के बड़े क्षेत्रों को छोटे-छोटे हिस्सों को जोन के हिसाब से बांटा गया है।
– प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक जिम्मेदार पुलिसकर्मी तैनात किया गया है
– पैदल या बाइक से नियमित गश्त को बढ़ाया गया है
– स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों से पुलिस संपर्क बना रही है।

यह है माइक्रो बीट प्रणाली का उद्देश्य  
माइक्रो बीट सिस्टम का उद्देश्य अपराध रोकथाम, त्वरित प्रतिक्रिया और नागरिकों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करना है। पुलिस अधिकारी नियमित गश्त के दौरान संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखते हैं और स्थानीय दुकानदारों, स्कूलों और घरों की सुरक्षा का आंकलन करते हैं। इसके साथ ही हर तरह का का रिकॉर्ड रखा जाता है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

एक्सपर्ट व्यू – 
सेनाविृत्त एडीशनल डीसीपी भोपाल नागेंद्र पटेरिया का कहना है कि माइक्रो बीट प्रणाली से पुलिस की उपस्थिति बढ़ती है और अपराध घटता है। नागरिकों को भी स्थानीय पुलिस से सीधे संपर्क का अवसर मिलता है, जिससे भरोसा और सहयोग दोनों मजबूत होते हैं। भोपाल पुलिस का यह कदम आधुनिक, डेटा-आधारित और समुदाय-केंद्रित पुलिसिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।

भोपाल के सभी जोन में लागू हुआ माइक्रो बीट सिस्टम 
जोन 1 – जहांगीराबाद, बजरिया, एशबाग, हबीबगंज, शाहपुरा, आशोका गार्डन, टीटी नगर, कमला नगर, रातीबड़।
जोन2 –  एमपी नगर, अरेरा हिल्स, अयोध्या नगर, गोविंदपुरा, पिपलानी, अवधपुरी, मिसरोद, कटारा हिल्स बागसेवनिया
जोन3 – पुराना भोपाल तैलया क्षेत्र श्यामला हिल्स  हनुमानगंज, मंगलवार, गौतम नगर शाहजहांनाबाद, टीलाजमालपुरा, कोहेफिजा,
जोन4 – चूनाभट्टी, निशातपुरा, गांधी नगर, छोला मंदिर, बैरागढ़. खजूरी

अधिकारियों का कहना है 
माइक्रो बीट सिस्टम को एक्टिव किया गया है, लोगों को पुलिस की त्वरित मदद मिल सके इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। जोन क्षेत्र में पुलिस कर्मियों की लगातार गश्त की जा रही है, देर रात भी पुलिस गश्त कर रही है। सभी क्षेत्रों में पुलिस कर्मियों के नंबर भी लिखे जा रहे हैं।
– आशुतोष गुप्ता, पुलिस उपायुक्त, जोन १ 

लोगों समन्वय स्थापित कर पुलिसिंग को अधिक सशक्त और प्रतिक्रियाशील बनाया जा रहा है। माइक्रो बीट सिस्टम के तहत आम जनता के साथ सीधा और प्रभावी संपर्क स्थापित करने के लिए पुलिस कर्मियों को सक्रिय रूप से लोगों से जुडऩे के निर्देश दिए गए हैं।
– विवेक सिंह, पुलिस उपायुक्त जोन २  

माइक्रो बीट सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है ताकि लोगों को पुलिस की मदद मिल सके और अपराधों पर अंकुश लग सके। इस सिस्टम के तहत जोन क्षेत्र में पुलिस कर्मियों की गश्त को बढ़ाया गया है। लोगों का पुलिस से सीधा संवाद हो इसका भी प्रयास कर रहे हैं।
– अभिनव चौकसे, पुलिस उपायुक्त, जोन ३ 

माइक्रो बीट सिस्टम को अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया जा रहा है। जोन-4 क्षेत्र में आने वाले सभी महत्वपूर्ण संस्थानों और विभागों की एक विस्तृत सूची तैयार की गई है। इस सूची में होटल, पेट्रोल पंप, स्थानीय पार्षद, नगर निगम अधिकारी/कर्मचारी और अन्य संबंधित विभाग शामिल हैं।
– मयूर खण्डेलवाल, पुलिस उपायुक्त जोन 4 

माइक्रो बीट सिस्टम को प्रभावी बनाया गया है 
माइक्रो बीट सिस्टम पुलिस थानों में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया है। यह प्रणाली निचले स्तर पर पुलिस की उपस्थिति और जवाबदेही को सुनिश्चित करती है। हमें खुशी है कि इस पहल के कारण न केवल सामान्य कानून-व्यवस्था में सुधार आया है, बल्कि जमीनी विवादों के मामलों में भी प्रभावी कमी दर्ज की गई है। हमारा लक्ष्य स्थानीय स्तर पर लोगों के साथ बेहतर तालमेल बनाकर अपराधों पर अंकुश लगाना है।
–  हरिनारायण चारी मिश्रा, कमिश्रर, भोपाल

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button