150 करोड़ में बना RSS का नया मुख्यालय अंदर से कैसा?

दिल्ली के झंडेवालान में एक नई और भव्य इमारत बनी है, जो दूर से ही देखने में किसी महल जैसी लगती है। ऊंची इमारतें, बड़े हॉल, खूबसूरत खिड़कियां और पारंपरिक डिजाइन इसे खास बनाते हैं। लेकिन यह कोई आम इमारत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का नया मुख्यालय ‘केशव कुंज’ है। इसे बनाने में 150 करोड़ रुपये लगे हैं और यह संघ की नई गतिविधियों का केंद्र बनने वाला है। लेकिन इस इमारत में ऐसा क्या खास है? कौन-कौन सी सुविधाएं इसे अलग बनाती हैं? आइए जानते हैं इस नए मुख्यालय के अंदर की खासियतें जानते हैं…
नई दिल्ली में RSS के नए मुख्यालय ‘केशव कुंज’ का उद्घाटन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने नई दिल्ली में अपने नए मुख्यालय ‘केशव कुंज’ का उद्घाटन किया है। यह भव्य परिसर झंडेवालान में स्थित है और करीब 5 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है। इस नए भवन का निर्माण पूरी तरह से सार्वजनिक दान के माध्यम से हुआ है, जिसमें 75,000 से अधिक लोगों ने ₹5 से लेकर लाखों रुपये तक का योगदान दिया। 150 करोड़ रुपये की लागत से बना यह नया परिसर बहुत खास है। इसमें तीन ऊंची इमारतें, एक बड़ा हॉल, एक लाइब्रेरी, एक अस्पताल और एक हनुमान मंदिर है। यहां संघ के कार्यक्रम, ट्रेनिंग और बैठकें होंगी ताकि काम और अच्छे से हो सके।
भव्य परिसर और आधुनिक सुविधाएं
केशव कुंज में तीन टावर बनाए गए हैं ‘साधना’, ‘प्रेरणा’ और ‘अर्चना’। साधना टावर संघ के कार्यालयों के लिए समर्पित है, जबकि प्रेरणा और अर्चना टावर में रहने की सुविधा है। इन तीनों टावरों में कुल 300 कमरे, दफ्तर, मीटिंग हॉल और एक बड़ा ऑडिटोरियम है। परिसर के बीच में एक खुली जगह है, जहां हरा-भरा लॉन और संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार की प्रतिमा लगी है। यहां संघ की रोजाना शाखाओं के लिए भी खास जगह बनाई गई है। इसके अलावा यहां 135 कारों की पार्किंग है, जिसे आगे चलकर 270 कारों तक बढ़ाया जा सकता है।
बड़ा ऑडिटोरियम और शानदार डिजाइन
इस नए मुख्यालय में तीन बड़े-बड़े ऑडिटोरियम भी बनाए गए हैं, जिनकी कुल बैठक क्षमता 1,300 से अधिक लोगों की है। इनमें से एक ऑडिटोरियम को पूर्व विश्व हिंदू परिषद (VHP) अध्यक्ष अशोक सिंघल के नाम पर रखा गया है, जिसमें स्टेडियम जैसी बैठने की व्यवस्था और आरामदायक कुर्सियां लगाई गई हैं। भवन की खिड़कियों को पारंपरिक राजस्थानी और गुजराती आर्किटेक्चर से प्रेरित डिजाइन दिया गया है, जिससे इसकी खूबसूरती और बढ़ गई है। इसके अलावा, लकड़ी के उपयोग को कम करने के लिए 1,000 ग्रेनाइट फ्रेम लगाए गए हैं। इस परिसर में संघ से जुड़ी पुस्तकों और रिसर्च के लिए ‘केशव पुस्तकालय’ भी बनाया गया है, जो इमारत की 10वीं मंजिल पर स्थित है।
संघ प्रमुख का कार्यक्रम और भविष्य की योजनाएं
संघ प्रमुख मोहन भागवत 19 फरवरी को नए मुख्यालय में ‘कार्यकर्ता मिलन’ का कार्यक्रम करेंगे। यह कार्यक्रम मार्च में बेंगलुरु में होने वाली बड़ी बैठक के लिए अहम माना जा रहा है। यह बैठक 21 से 23 मार्च तक चलेगी। संघ पिछले 8 साल से झंडेवालान के उदासीन आश्रम से अपना काम कर रहा था, लेकिन अब पूरा काम नए मुख्यालय से होगा। संघ कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह नया मुख्यालय संगठन की जरूरतें पूरी करेगा और संघ की विचारधारा को और मजबूत बनाएगा।