शिवपुरी में ऑनर किलिंग की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। यहां एक युवक की उसके ससुर और ससुराल के अन्य सदस्यों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। युवक ने दो साल पहले लव मैरिज की थी। वह पत्नी और बेटी के साथ दीपावली पर परिवार से मिलने आया था। इसी बीच शनिवार रात उसकी हत्या कर दी गई।
घटना शिवपुरी जिले के करैरा थाना क्षेत्र के मछावली गांव की है। यहां रहने वाले धीरू (उम्र 23 साल) पुत्र बृखभान जाटव का गांव की छाया पुत्री सुरेश जाटव से प्रेम प्रसंग था। इसे लेकर छाया के पिता और उसके परिवार वाले कई बार नाराजगी जता चुके थे। करीब दो साल पहले 2020 में दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली थी। छाया के घरवालों को इसका पता चला तो उन्होंने नाराजगी जताई। इसके बाद धीरू और छाया गुजरात के अहमदाबाद चले गए थे। मृतक चार भाइयों में तीसरे नंबर का था।
पिता बोले- दिवाली पर मिलने आया था बेटा
धीरू के पिता बृखभान जाटव ने बताया – धीरू अपनी पत्नी के साथ 2 साल से अहमदाबाद में रह रहा था। धीरू और छाया की एक बेटी हुई। उन्होंने उसका नाम नायरा रखा। मोबाइल पर हमारी उनसे बातचीत होती रहती थी। वह काफी खुश थे। दीपावली पर धीरू पत्नी छाया व बच्ची के साथ हम लोगों से मिलने के लिए आया था। हमने मना भी किया तो वह बोला कि अब शादी को दो साल हो गए हैं, तो सब भूल गए होंगे। वह दीपावली पर पारागढ़ अमोलपठा गांव में रिश्तेदार बल्ली जाटव के यहां आए थे। हम सब उनसे वहीं मिलकर आए थे। हमने धीरू से गांव में आने के लिए मना किया था। हमारी बात मानकर वह भी गांव नहीं आया।
‘आंखों के सामने गर्दन पर कुल्हाड़ी मार दी’
बृखभान ने आगे कहा- धीरू के चाचा के बेटे महेंद्र ने एक साल पहले धीरू से पांच हजार रुपए उधार लिए थे। उसने धीरू से कहा कि मैंने फसल बेच ली है, तुम उधारी के पांच हजार रुपए ले जाओ, सबसे मिलना भी हो जाएगा। उसके बुलाने पर शनिवार को धीरू अपने रिश्तेदार बल्ली जाटव के साथ बाइक से मछावली आया था।
शाम करीब 7.30 बजे धीरू, रंजीत जाटव और बल्ली गांव में दुकान की तरफ चले गए थे। मैं घर पर था, रात करीब साढ़े आठ बजे बल्ली दौड़ता हुआ घर आया, उसने कहा कि मामा स्वरूपा जाटव, रूप सिंह जाटव, कदम सिंह जाटव, पवन जाटव, सुरेश जाटव, जीतू जाटव और ओमकार जाटव ने धीरू के हाथ बांध दिए हैं। वह उसे पकड़कर कदम सिंह जाटव की टपरिया पर ले गए हैं। मैं व हरीशचंद्र टपरिया की तरफ गए। वहां देखा कि कदम सिंह अपनी बंदूक के बट से धीरू को मार रहा था। ओमकार कुल्हाड़ी लिए, सुरेश, पवन, रूप सिंह, स्वरूपा लाठी डंडों से मारपीट कर रहे थे। ओमकार ने धीरू की गर्दन पर कुल्हाड़ी मार दी, मेरी आंखों के सामने ही बेटे की मौत हो गई। हमें देखकर सभी वहां से भाग गए। रात करीब 10 बजे हमने पुलिस को इसकी सूचना दी। कुछ देर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।