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हमास ने टेके घुटने! ट्रंप की धमकी के बाद हमास शांति से जुड़ी डील पर तैयार

हमास छोड़ेगा सभी इजरायली बंधक

एजेंसी | इजरायल और हमास के बीच चल रहा संघर्ष अब विराम की ओर बढ़ रहा है. डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद हमास शांति से जुड़ी डील पर तैयार हो गया है. इसके बाद ट्रंप ने एक नया बयान देकर हमास को राहत दी तो वहीं इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को बड़ा झटका दे दिया. ट्रंप ने कहा कि गाजा की लड़ाई के हम बहुत करीब पहुंच गए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि इजरायल गाजा पर बमबारी रोक दे और बंधकों के रिहाई की तैयारी करे. हमला रोकने वाला यह बयान अचानक आया और सबसे बड़ी बात यह रही कि खुद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी ट्रंप की इस प्रतिक्रिया से हैरान रह गए. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनके सबसे खास दोस्त ट्रंप इस तरह का कोई बयान देंगे.

ट्रंप ने शांति योजना पेश की

दरअसल, ट्रंप ने इस हफ्ते गाजा संकट को खत्म करने के लिए अपनी शांति योजना पेश की थी. इसमें युद्ध को रोकने और बंधकों की अदला-बदली का प्रस्ताव रखा गया था. नेतन्याहू ने इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार कर लिया था. हमास भी डील को तैयार है, लेकिन हथियार डालने को नहीं. इस आंशिक सहमति के बाद ट्रंप ने खुलकर इजरायल पर ही दबाव डाल दिया. यही कदम नेतन्याहू के लिए अप्रत्याशित साबित हुआ. हमास ने अपनी प्रतिक्रिया में साफ किया कि वह सभी जीवित और मृत बंधकों को रिहा करने को तैयार है, लेकिन इसके बदले में इजरायली सेना को पूरी तरह गाजा से हटना होगा.

ट्रंप के आदेश से हिल गए नेतन्याहू

एक्सियोस की रिपोर्ट के मुताबिक एक इजरायली अधिकारी ने बताया कि जब ट्रंप ने गाजा पर हमला रोकने को कहा तो नेतन्याहू हैरान रह गए. नेतन्याहू को इसकी उम्मीद नहीं थी, क्योंकि ट्रंप उनकी सरकार के बड़े समर्थक रहे हैं. शुक्रवार को नेतन्याहू ने हमास के जवाब के बाद और ट्रंप की घोषणा से पहले चर्चा की थी. इसमें उन्होंने जोर देकर कहा था कि हमास ने जो जवाब दिया है वह ट्रंप के प्लान को ठुकराने जैसा है. इजरायली अधिकारी ने कहा कि नेतन्याहू ने अमेरिका के साथ जवाब को लेकर तालमेल बिठाने की जरूरत पर जोर दिया, ताकि ऐसा न लगे कि हमास ने ट्रंप के प्लान को मान लिया है. अधिकारी ने यह भी कहा कि बंधक मुद्दे पर बातचीत करने वाली इजरायली टीम हमास के जवाब को सकारात्मक मान रही है.

कतर और मिस्र ने हमास के रुख का किया स्वागत

इस बीच कतर और मिस्र ने हमास के रुख का स्वागत किया है और उन्होंने जल्द ही शांति वार्ता शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है. हमास ने भी कहा है कि वह तत्काल बातचीत के लिए तैयार है. हालांकि, संगठन ने यह भी जोड़ा कि मृत बंधकों के शवों को खोजने और सौंपने में वक्त लगेगा, इसलिए 72 घंटे की शर्त पूरी करना व्यावहारिक नहीं है.

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