यशभारत फालोअप -माढ़ोताल गैंगवॉर में घायल गोलू ने तोड़ा दम, आक्रोशित जनता उतरी सड़कों पर, चुंगी तिराहे से दीनदयाल चौक किया बंद, चुंगी में तोड़फोड़, शव रखकर किया प्रदर्शन
यश भारत जबलपुर I माढ़ोताल थाना अंतर्गत चाकूबाजी की घटना के उपरांत घायल युवक गोलू गिरी की हालत नाजुक बनी हुई थी इसके उपरांत आज इलाज के चलते उसकी मौत हो गई ।पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गोलू जिसकी अंबर पटेल और राजा पटेल से बीती रात को लड़ाई हुई थी, उस लड़ाई के दौरान युवक गोलू गिरी घायल हो गया था ।गर्दन में चाकू मारने के बाद मेडिकल में उसका इलाज चल रहा था, जहां पर उसकी पल्स बार-बार कम हो रही थी, आज सुबह मेडिकल में उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई, जिसके बाद गोलू के परिजन और क्षेत्रवासी आक्रोशित हो उठे और उन्होंने माढोताल , चुंगी तिराहा और दीनदयाल चौक तक शव रखकर प्रदर्शन किया और पूरा क्षेत्र में जाम कर दिया ।परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने में बहुत देर लगा दी ,उल्टा जिनके ऊपर हमला हुआ उन्हें ही अपराधी बना दिया और उन्हीं पर एफआईआर दर्ज कर दी। वहीं दूसरी तरफ गुस्साए क्षेत्रीय जनों ने कुछ जगहों पर तोड़फोड़ भी की और शव को रखकर प्रदर्शन किया ।जहां पर पूर्व विधायक विनय सक्सेना भी पहुंचे और उनके द्वारा परिजनों की संवेदनाओं को समझते हुए पुलिस प्रशासन से कार्यवाही की मांग की गई है। विदित हो कि देर रात 12:40 बजे दो गुटों के बीच हुए गैंगवार से क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। विवाद के दौरान चाकूबाजी के साथ हवाई फायरिंग भी की गई थी। घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया था जिसमें कि
प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई थी कि गैंगवार के कारण दो दिन पहले हुई गाली-गलौज और क्षेत्र में वर्चस्व स्थापित करने की पुरानी दुश्मनी है। दोनों पक्षों के बीच पहले भी विवाद हो चुके थे। इस बार मामला मोबाइल पर शुरू हुआ, जो देर रात हिंसक झगड़े में बदल गया। शंकर साहू, मोहित झारिया, गोलू गिरी और प्रवेश ठाकुर का विवाद दीपक पटेल, अंबर पटेल, राजा पटेल और आकाश पटेल से हुआ। दीपक पटेल और उनके परिवार का राजनीतिक जुड़ाव भी बताया जा रहा है। दोनों गुट बातचीत के बहाने मिले लेकिन बात बढ़ने पर चाकूबाजी और फायरिंग शुरू हो गई।टीआई माढ़ोताल विपिन ताम्रकार ने बताया कि घटना स्थल से चाइना चाकू बरामद किए गए हैं। घायलों में से एक की हालत गंभीर है। क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।