भोपाल में आपदा प्रबंधन का पूर्वाभ्यास,डीबी मॉल, न्यू मार्केट और भेल समेत चार स्थानों पर मॉक ड्रिल

भोपाल में आपदा प्रबंधन का पूर्वाभ्यास,डीबी मॉल, न्यू मार्केट और भेल समेत चार स्थानों पर मॉक ड्रिल
भोपाल: यश भारत।शहर में आज एक व्यापक आपदा प्रबंधन पूर्वाभ्यास किया गया, जिसमें विभिन्न आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया गया। इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को जागरूक करना और किसी भी अप्रिय घटना के दौरान त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करना था।
आज दोपहर लगभग 4 बजे, डीबी मॉल में आग लगने की एक नकली घटना का मंचन किया गया। इस अभ्यास में, पुलिस और अग्निशमन दल ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मॉल में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद, घायलों को तत्काल नूतन कॉलेज में स्थापित किए गए एक अस्थायी अस्पताल में पहुंचाया गया।
हालांकि, इस मॉक ड्रिल के दौरान एक छोटी सी चूक भी सामने आई, जब अस्पताल के कर्मचारी ऑक्सीजन सिलेंडर तो ले आए, लेकिन मास्क किट भूल गए। इस त्रुटि को तुरंत सुधारा गया और जेपी अस्पताल से मास्क किट मंगवाई गई। अस्थायी अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों, चिकित्सा अधिकारियों और अन्य सहायक कर्मचारियों सहित कुल 110 लोगों की टीम तैनात थी।
इसी तरह, न्यू मार्केट में भी एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें लोगों को किसी हमले की स्थिति में सुरक्षित निकलने का प्रशिक्षण दिया गया।
भेल परिसर के पिपलानी क्षेत्र में भी एक समानांतर मॉक ड्रिल हुई, जहाँ बचाव कर्मियों ने नकली घायलों को क्षतिग्रस्त इमारत से बाहर निकाला और उन्हें पिपलानी के संजीवनी क्लिनिक और कस्तूरबा अस्पताल जैसे विभिन्न चिकित्सा केंद्रों पर पहुंचाया। गोविंदपुरा के एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने बताया कि यह ड्रिल जिला प्रशासन, नगर निगम, होमगार्ड और भेल प्रबंधन का एक संयुक्त प्रयास था।
दिन की शुरुआत में, पुलिस लाइन नेहरू नगर में भी एक पूर्वाभ्यास किया गया, जिसमें आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक उपचार और सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) तकनीक का प्रदर्शन किया गया। एक नकली आग लगने की स्थिति भी बनाई गई, जिसे अग्निशमन कर्मियों ने कुशलतापूर्वक बुझाया।
इस पूरे अभ्यास पर टिप्पणी करते हुए, पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा, “इस रिहर्सल का लक्ष्य अधिक से अधिक नागरिकों को जागरूक करना और उन्हें किसी भी अप्रत्याशित स्थिति का सामना करने के लिए तैयार करना है। यह विभिन्न बचाव टीमों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा ताकि हम जरूरतमंदों को समय पर सहायता प्रदान कर सकें।”
यह राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशों के तहत आयोजित की गई थी, जिसमें मध्य प्रदेश के पांच शहरों – इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी को शामिल किया गया था।