खूंखार बाघ : हमले से चरवाहा घायल, नागपुर रेफर
सिवनी| जिले के खवासा वन परिक्षेत्र के जंगल मे चरवाहे पर बाघ ने हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गया। वन विभाग की समझाईश व चेतावनी के बावजूद मवेशियों को लेकर ग्रामीण घने जंगल में पहुंच रहे हैं। जिससे इस तरह की घटनाएं घटित हो रही है। जानकारी के अनुसार कल शाम के समय खवासा वन परिक्षेत्र के जंगल में अपनी भैंस व मवेशियों को चराने जंगल गए एक व्यक्ति पर हमला कर बाघ ने घायल कर दिया। रेंजर ‘घनश्याम चतुर्वेदी ने बताया कि घायल व्यक्ति की पहचान, पांटन गांव निवासी बालकदास पुत्र सुखराम धराड़े (53) के रूप में हुई है। बाघ के हमले में बालकदास के गाल और आंख-कान के पास पंजे के गहरे घाव है, जिसे प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुरई में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद घायल बालकदास को बेहतर उपचार के लिए में स्वजनों के साथ मेडीकल कालेज नागपुर भेज दिया गया है।
गांव से करीब डेढ़ दूर हुई घटनाः – जानकारी के अनुसार पाटन-बबई गांव के बीच स्थित जंगल के कक्ष क्र. आर 278 में मवेशी लेकर गए बालकदास पर बाघ का हमला होने की सूचना मिलते ही वन कर्मी मौके पर पहुंच गए। जंगल से पाटन गांव की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है। बाद में रेंजर ने अपने वाहन से घायल को तत्काल कुरई अस्पताल पहुंचाया। वहीं 1 अगस्त को वन परिक्षेत्र खवासां के खंडासा जंगल में बाघ ने हमला कर एक अन्य ग्रामीण गोवर्धन पटले को घायल कर दिया था।
सतर्कता बरतने की सलाह दे रहा वन अमलाः-
जंगल में जाने के साथ ही जंगल के करीब स्थित खेतों में ग्रामीणों को अकेले नहीं जाने के संबंध में वन अमले द्वारा क्षेत्रवासियों को लगातार सतर्क किया जा रहा है। वहीं बार-बार हो रहे बाघे के हमलों से खंडासा के लोग डरे हुए हैं। वहीं पाटन-बबई जंगल में बाघ का हमला होने के बाद वन अधिकारियों ने यहां चौकसी बढ़ा दी है। लोगों से जंगल में नहीं जाने की सलाह दी जा रही है।