
भोपाल यश भारत । मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में ‘लव जिहाद’ के बढ़ते मामलों के बीच, राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय ने युवतियों और महिलाओं के लिए एक विशेष एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में बताया गया है कि कैसे असामाजिक तत्व फर्जी प्रेमजाल में फंसाकर युवतियों को नशा, यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का शिकार बना रहे हैं। पुलिस ने ऐसी घटनाओं के खिलाफ तत्काल 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करने की अपील की है।
साइबर पुलिस के अनुसार, अपराधी आमतौर पर स्कूल, कॉलेज या कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाली छात्राओं को अपना निशाना बनाते हैं। ये अपराधी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर दोस्ती करते हैं और धीरे-धीरे उन्हें अपने जाल में फंसाते हैं। एक बार जब लड़कियां इस जाल में फंस जाती हैं, तो उन्हें विभिन्न तरीकों से शोषण का शिकार बनाया जाता है, जिसमें नशीले पदार्थों का सेवन कराना, यौन शोषण और फिर ब्लैकमेलिंग के माध्यम से मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न शामिल है।
राज्य साइबर पुलिस ने सभी छात्राओं और महिलाओं से सतर्क रहने और ऐसे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या रिश्ते से दूर रहने का आग्रह किया है जो उन्हें अजीब या असहज महसूस कराता हो। पुलिस ने यह भी सलाह दी है कि सोशल मीडिया पर अंजान लोगों से दोस्ती करने से बचें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने में सावधानी बरतें।
यह एडवाइजरी विशेष रूप से उन युवा लड़कियों के लिए महत्वपूर्ण है जो आसानी से भावनात्मक जाल में फंस सकती हैं। साइबर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ऐसी किसी भी घटना की जानकारी मिलने पर तुरंत राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें। यह हेल्पलाइन 24/7 उपलब्ध है और पीड़ितों को तत्काल सहायता प्रदान करती है। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को इन गंभीर खतरों से बचाना और उन्हें सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक जानकारी और संसाधन उपलब्ध कराना है।