दुनिया में कोरोना का बढ़ता खतरा? सिंगापुर में तेज़ी से बढ़ रहे कोविड-19 के मामले
Singapore

सिंगापुर: दुनिया के कुछ हिस्सों में एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। खासकर, सिंगापुर में कोविड-19 के मामलों में हालिया हफ्तों में तेज़ी से वृद्धि देखी जा रही है, जिसने चिंताएं बढ़ा दी हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई महीने में पिछले एक साल की तुलना में कोरोना के सबसे ज़्यादा मामले सामने आए हैं। 27 अप्रैल से 3 मई, 2025 के सप्ताह के दौरान कोविड-19 के अनुमानित मामले 11,100 से बढ़कर 14,200 हो गए। वर्तमान में, LF.7 और NB.1.8 वेरिएंट, जो JN.1 वेरिएंट के ही वंशज हैं, सिंगापुर में प्रसारित होने वाले प्रमुख स्ट्रेन हैं।
सिंगापुर के स्वास्थ्य अधिकारी इस वृद्धि पर करीब से नज़र रख रहे हैं। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया है कि फिलहाल ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं कि स्थानीय स्तर पर फैल रहे ये वेरिएंट पिछले वेरिएंट की तुलना में ज़्यादा संक्रामक हैं या अधिक गंभीर बीमारी का कारण बन रहे हैं। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीज़ों की दैनिक औसत संख्या में वृद्धि हुई है (102 से 133), लेकिन गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में मामलों में मामूली कमी आई है। अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल वर्तमान में बढ़ते मामलों का प्रबंधन करने में सक्षम हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मामलों में वृद्धि के पीछे एक कारण आबादी की प्रतिरोधक क्षमता में कमी हो सकता है।
एहतियात के तौर पर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने विशेष रूप से 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों और चिकित्सकीय रूप से कमजोर व्यक्तियों जैसे गंभीर जोखिम वाले लोगों को टीकाकरण अपडेट रखने की सलाह दी है। साथ ही, आम जनता से भी एहतियाती उपाय करने का आग्रह किया गया है, जिसमें बार-बार हाथ धोना, खाँसते या छींकते समय नाक और मुँह को ढँकना, अस्वस्थ होने पर सामाजिक मेलजोल कम करना और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में या लक्षण दिखने पर मास्क पहनना शामिल है।
सिंगापुर में बढ़ रहे ये मामले दुनिया भर के देशों के लिए एक अनुस्मारक हैं कि कोविड-19 का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है और सतर्क रहना तथा आवश्यक एहतियात बरतना महत्वपूर्ण है।