कर्नल सोफिया का खुलासा: पाकिस्तान नागरिकों को ढाल बना रहा, 400 ड्रोन दागे

कर्नल सोफिया का खुलासा: पाकिस्तान नागरिकों को ढाल बना रहा, 400 ड्रोन दागे

नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान की कायराना हरकतों का पर्दाफाश किया। विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 8 और 9 मई की मध्यरात्रि को हुए पाकिस्तानी हमलों की विस्तृत जानकारी दी।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान अपने नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने बताया कि 7 मई, 2025 को रात 8:30 बजे पाकिस्तान ने मिसाइलों और लगभग 400 ड्रोन से हमला किया, लेकिन इस दौरान अपने हवाई क्षेत्र को खुला रखा ताकि भारत जवाबी कार्रवाई न कर सके।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने नक्शे के माध्यम से हमलों की भयावहता को दर्शाया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना का इरादा भारतीय सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना था और इसके लिए उन्होंने भारतीय युद्ध क्षेत्र में कई बार घुसपैठ की कोशिश की। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 36 स्थानों पर घुसपैठ का प्रयास किया गया और भारी गोलीबारी की गई, जिसमें भारत ने घुसपैठियों को मार गिराया।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इस अवसर पर कहा कि यह भारत-पाक तनाव के बीच विदेश मंत्रालय की लगातार तीसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है, जो ऑपरेशन सिंदूर की गंभीरता को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि गुरुवार रात भारत ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम S-400 की मदद से पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम कर दिया था, जिसमें सभी मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराया गया और किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार S-400 ने पठानकोट में पाकिस्तान के एक फाइटर जेट को भी मार गिराया था, जिसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पहली जानकारी 7 मई को दी गई थी, जिसमें बताया गया था कि 6 मई की रात 1:04 बजे से 1:28 बजे के बीच सिर्फ 24 मिनट में 9 आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक तबाह कर दिया गया था।
विदेश सचिव ने आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी सेना की मौजूदगी पर भी कड़ा सवाल उठाया। उन्होंने आतंकवादियों के शवों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटने और राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार करने की तस्वीरों को दिखाते हुए पाकिस्तान के दावों को झूठा करार दिया। उन्होंने पूछा कि अगर मारे गए लोग सिर्फ नागरिक थे, तो आतंकी हाफिज अब्दुल राउफ के जनाजे में सैन्य अफसरों की फौज क्यों मौजूद थी? उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने जिन इमारतों को निशाना बनाया, उनमें कट्टरता की ट्रेनिंग दी जाती थी और उन्हें धार्मिक स्थलों की आड़ में छिपाया गया था।
विक्रम मिसरी ने आगे कहा कि पाकिस्तान लगातार उकसाने वाली कार्रवाई कर रहा है और उसने भारतीय शहरों, नागरिक बुनियादी ढांचे और कुछ सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। उन्होंने पुंछ में एक गुरुद्वारे पर हमले का भी जिक्र किया और कहा कि पाकिस्तान इन हमलों की जिम्मेदारी लेने के बजाय भारतीय सेना पर आरोप लगा रहा है और दुनिया को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने ननकाना साहिब पर ड्रोन हमले के पाकिस्तानी दावे को भी खारिज करते हुए इसे मामले को धार्मिक रंग देने की साजिश बताया। उन्होंने गुरुद्वारे पर हमले में कुछ सिख सदस्यों की मौत की पुष्टि की और पाकिस्तान के इस दावे को कि भारत अपने ही शहरों पर हमला कर रहा है, कोरी कल्पना बताया।