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मंडला के बच्चों से जबलपुर में मजदूरीः जबलपुर जनपद की ग्राम पंचायत कुड़ारी का वीडियो आया सामने

जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश सरकार की बच्चों की पढ़ाई और आदिवासी के उत्थान की सारी योजनाओं का मजाक बनाकर रख दिया गया है। सारी सुविधाएं होने के बाद भी बच्चों से बाल मजदूरी कराई जा रही है। ताजा मामला जबलपुर जनपद की ग्राम पंचायत कुड़ारी से जुड़ा है जहां मंडला लहसर के बच्चों से कुड़ारी पंचायत में काम कराया जा रहा है, इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।

बाल मजदूरों ने बताया सरपंच करा रहा काम
सोशल मीडिया पर जारी हुए वीडियो में पंचायत का काम करने पहंुचे मंडला लहसर के बच्चे बता रहे हैं कि ग्राम पंचायत कुड़ारी का सरपंच काम करा रहा है। सवाल उठता है कि पूरे प्रदेश में बाल मजदूरी प्रतिबंध है फिर कैसे सरपंच द्वारा बच्चों से काम कराया जा रहा है।

पंचायत के लोग बेरोजगार, दूसरे जिले के मजदूरों की मौज
हैरान करने वाली बात है कि ग्राम पंचायत कुड़ारी के लोग बेरोजगार है और रोजगार के लिए रोजाना परेशान हो रहे हैं परंतु ग्राम पंचायत के कर्ताधर्ता ग्रामीणों को काम देने की वजाए बाहरी व्यक्तियों को पंचायत में लाकर मजदूरी करा रहे हैं।

भाजपा नेता ने कहा कलेक्टर से करेंगे शिकायत
भाजपा नेता और जनपद पदस्य संजय पटेल ने पूरे प्रकरण का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करते हुए कहा कि इस मामले में कलेक्टर से लेकर मानव अधिकार आयोग और पुलिस से शिकायत की जाएगी। कोई भी सरपंच या फिर अन्य कोई भी व्यक्ति बच्चों से काम नहीं करा सकते हैं। कुड़ारी ग्राम पंचायत में ऐसा हुआ जिसकी शिकायत कलेक्टर से की जाएगी।

बाल मजदूरी पर ये सजा है
यदि कोई व्यक्ति किसी 14 साल या उससे कम उम्र के बच्चे को काम पर लगाता है तो उसे 2 साल तक की सजा हो सकती है साथ ही 50 हजार रूपये तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. ये कानून तब भी लागू होता है, जब 14 से 18 साल तक के बच्चों को खानों में, ज्वलनशील या विस्फोटकों जैसे जोखिम वाले कार्यों में लगाने पर भी लागू होगा।

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