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ब्लू सुपरमून का गवाह बनेगा चंद्रयान 14 फीसदी बड़ा और चमकीला दिखेगा चांद

नई दिल्ली । इस बार 30 अगस्त को ब्लू सुपर मून दिखाई देगा। यह आम दिनों की अपेक्षा 14 फीसदी बड़ा और तीस फीसदी अधिक चमकीला होगा। इस दौरान चंद्रयान भी चांद पर मोजूद रहेगा। हालांकि साल 2023 का सबसे बड़ा और सबसे चमकीला चंद्रमा इस महीने के आखिर में दिखाई देने जा रहा है। 30 अगस्त को राखी के दिन चांद का रंग और आकार देखने लायक होगा। चांद पर एक साथ हो रही 3 घटनाओं की वजह से इसे ब्लू सुपरमून भी कहा जा रहा है। ब्लू सुपरमून में ब्लू का चांद के रंग से कोई मतलब नहीं है। असल में इस दिन तो चांद नारंगी रंग का नजर आएगा। यह अगस्त महीने में दूसरा पूर्ण चांद होगा। साल का यह सबसे बड़ा चांद ऐसे समय पर दिखाई देगा जब भारत का विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर इस समय चांद की सतह पर मौजूद है। ब्लू मून दो तरीके के होते हैं। अगस्त में दिखाई देने वाला सुपरमून पहली श्रेणी में आता है। एक नया पूर्ण चांद प्रत्येक 29.5 दिन में निकलता है। इस तरह का चांद 1 अगस्त 2023 को निकला था। वहीं 30 अगस्त को निकलने वाला चांद एक ब्लू मून होगा। इस तरह के ब्लू मून को कैलेंडर ब्लू मून कहा जाता है।

बताया जाता है कि यह ब्लू मून आमतौर पर दो से 3 साल में निकलता है। 30 अगस्त के बाद अगला ब्लू मून 31 मई 2026 को निकलेगा। दूसरी तरह का ब्लू सीजनल ब्लू मून कहा जाता है। ब्लू मून तब निकलता है जब कैलेंडर ईयर में 12 की बजाय 13 पूर्ण चांद होते हैं। सीजनल ब्लू मून प्रत्येक दो से तीन साल में निकलता है। अगला सीजनल ब्लू मून 19 अगस्त, 2024 को निकलेगा। एक सूपरमून तब निकलता है जब पूर्ण चांद धरती की कक्षा के सबसे करीबी प्वाइंट पर पहुंच जाता है। 30 अगस्त को निकलने जा रहा सुपरमून दूसरा होगा और साल 2023 में दिखाई देने वाले 4 सुपरमून में सबसे बड़ा और चमकीला होगा। इस दौरान चांद धरती से 357,344 किमी की दूरी पर होगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि ब्लू सुपरमून को खुली आंखों से आसानी से देखा जा सकता है। हालांकि दूरबीन और टेलिस्कोप से यह और बेहतर रिखाई देगा।

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