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CBSE कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएँ 2026 से होंगी साल में दो बार: छात्रों को मिलेगा बेहतर प्रदर्शन का मौका

CBSE कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएँ 2026 से होंगी साल में दो बार: छात्रों को मिलेगा बेहतर प्रदर्शन का मौका

 

नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं को साल में दो बार आयोजित करने के अपने महत्वपूर्ण फैसले को अंतिम मंजूरी दे दी है। यह घोषणा CBSE के एग्जामिनेशन कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने की, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। इस नई व्यवस्था का लक्ष्य छात्रों पर से परीक्षा के बोझ को कम करना और उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार के लिए अतिरिक्त अवसर प्रदान करना है।

कब से लागू होगा नया नियम

यह नया नियम शैक्षणिक सत्र 2025-26 से लागू होगा। इसका सीधा अर्थ है कि वर्ष 2026 में कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएँ दो बार आयोजित की जाएँगी। यह फैसला अभी कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं पर लागू नहीं होगा।

परीक्षा का नया स्वरूप: विकल्प और सुविधाएँ

नई व्यवस्था छात्रों को लचीलापन प्रदान करेगी, जिससे वे अपनी सुविधानुसार परीक्षा में शामिल हो सकें:

कंपलसरी और ऑप्शनल परीक्षाएँ: पहली परीक्षा सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगी, जो फरवरी माह में आयोजित की जाएगी। दूसरी परीक्षा वैकल्पिक (Optional) होगी और यह मई माह में ली जाएगी।

तीन विकल्प छात्रों के लिए:

छात्र चाहें तो साल में केवल एक बार (पहली, फरवरी वाली) परीक्षा दे सकते हैं। वे दोनों परीक्षाओं (फरवरी और मई) में शामिल हो सकते हैं।यदि किसी विषय में उनका प्रदर्शन पहली परीक्षा में संतोषजनक नहीं रहा, तो वे केवल उस विषय की दोबारा परीक्षा दूसरी बार (मई में) दे सकते हैं।

परिणाम का निर्धारण: जो छात्र दोनों परीक्षाओं में शामिल होंगे, उनके लिए दोनों में से बेहतर अंक वाले परिणाम को अंतिम माना जाएगा। इसका मतलब है कि अगर दूसरी बार परीक्षा देने पर अंक कम भी हो जाते हैं, तो पहली परीक्षा के अंक ही मान्य होंगे, जिससे छात्रों पर खराब प्रदर्शन का कोई दबाव नहीं रहेगा।

सप्लीमेंट्री परीक्षाएँ समाप्त: कक्षा 10वीं के लिए अब सप्लीमेंट्री परीक्षाएँ (Compartment Exams) समाप्त कर दी जाएँगी। दो बार परीक्षा का विकल्प मिलने से इसकी आवश्यकता नहीं रहेगी।

अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

परीक्षा केंद्र: दोनों परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र एक ही रहेगा, जिससे छात्रों को नई जगह पर जाकर परीक्षा देने की परेशानी नहीं होगी। रजिस्ट्रेशन और फीस: छात्रों को दोनों परीक्षाओं के लिए एक ही बार रजिस्ट्रेशन करना होगा। यदि वे दो बार परीक्षा देने का विकल्प चुनते हैं, तो फीस एक साथ ही ली जाएगी। अलग-अलग बार रजिस्ट्रेशन या फीस की आवश्यकता नहीं होगी। प्रैक्टिकल और इंटरनल एग्ज़ाम: प्रैक्टिकल और इंटरनल परीक्षाएँ साल में एक ही बार आयोजित की जाएँगी, और वे पहले की तरह दिसंबर-जनवरी में ही होंगी। इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।

कैसे बना यह फैसला

साल में दो बार परीक्षा आयोजित करने का ड्राफ्ट अगस्त 2024 में तैयार किया गया था। केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उस समय कहा था कि जिस तरह इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) साल में दो बार होता है, उसी तरह 10वीं के छात्रों को भी यह सुविधा मिलनी चाहिए।

मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन ने पिछले सप्ताह (19 फरवरी, 2025 को) CBSE बोर्ड सचिव और कई शिक्षाविदों के साथ इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की थी। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने CBSE, NCERT, KVS, NVS और विभिन्न स्कूलों के अधिकारियों के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है।

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