जबलपुर, यशभारत। 5 वीं-8वीं की बोर्ड परीक्षाएं आज से शुरू हुई। परीक्षा के पहले दिन ही लापरवाही सामने आई। इसको लेकर परीक्षा केंद्रों में हड़कंप की स्थिति बनी रही। दरअसल राज्य शिक्षा केंद्र ने ५वीं सामान्य अंग्रेजी पेपर का जो लिफाफा भेजा था उसके कवर में २९ मार्च अंकित था। लिफाफा खोलकर पेपर बांटने के लिए जब परीक्षा केंद्रों पर्यवेक्षक तैयार हुए तो वह २९ मार्च का लिफाफा देखकर चकरा गए। कई घंटे इसको लेकर शिक्षा विभाग के कार्यालयों में फोन घनघनाते रहे इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों ने राज्य शिक्षा केंद्र से संपर्क कर वास्तविक स्थिति पूछी। राज्य शिक्षा केंद्र अधिकारियों ने तत्काल एक आदेश जारी कर शिक्षा विभाग को जानकारी देते हुए बताया कि भूलवश २५ मार्च के सामान्य हिंदी और अंग्रेजी के पेपर में लिफाफे में २९ मार्च अंकित हो गया। स्थिति स्पष्ट होने के बाद परीक्षा केंद्रों में परीक्षा आयोजित हुई।
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गुरू नानक स्कूल में अभिभावकों ने मचाया हंगामा
इधर गुरु नानक स्कूल के छात्रों का सेंटर अंजुमन इस्लामिया स्कूल में दिया गया था। सुबह जब बच्चे परीक्षा के लिए वहां पहुंचे तब उन्होंने अंदर प्रवेश करने के लिए स्कूल प्रशासन को अपना एडमिट कार्ड दिखाया। इस दौरान एडमिट कार्ड दिखाने के बाद उसमें रोल नंबर नहीं होना पाया गया। जिस पर स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। वही मामले की जानकारी लगते ही कई अभिभावक भी स्कूल पहुंच गए और हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई। एडमिट कार्ड में रोल नंबर ना लिखे जाने के कारण छात्र एवं छात्राओं की बैठने की व्यवस्था नहीं हो पाई इसके चलते आनन-फानन में स्कूल प्रशासन द्वारा छात्र छात्राओं को रोल नंबर मौखिक रूप से बताए गए। जिसके बाद ही छात्र-छात्राएं परीक्षा देने बैठ पाए। इस पूरी प्रक्रिया के होने में लगभग 1 घंटा बीत गया। जिसके चलते छात्र-छात्राएं 1 घंटा देरी से परीक्षा में बैठ पाए। हालांकि बाद में स्कूल प्रशासन द्वारा परीक्षा की समय अवधि को बढ़ा दिया गया। इस पूरे मामले में स्कूल प्रशासन की बहुत बड़ी गलती सामने आ रही है।
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चेरीताल परीक्षा केंद्र में बंट गया दूसरा पेपर
सूत्रों का कहना है कि चेरीताल परीक्षा केंद्र में असमंजस स्थिति के बीच अंग्रेंजी सामान्य की जगह हिंदी का परचा बांट दिया गया है। इस संबंध में केंद्र प्रभारी से फोन से संपर्क करना चाहा लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग द्वारा दोनों परीक्षाओं को लेकर गोपनीय तैयारियां पर ध्यान नहीं दिया गया जिसकी वजह इस तरह की स्थिति बनी हुई है।