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शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी की कोशिश: आरएसके से बोल रहा हूं, फोन पे 8000 डाल दो, नहीं तो कल निलंबित

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जबलपुर, यशभारत। साइबर फ्राड करने वालों ने अब नया तरीका और नए ग्राहकों को टारगेट बनाना शुरू कर दिया है। स्कूली शिक्षकों के पास फोन करके ठग पैसे मांग रहे हैं। जबलपुर में ठग ने करीब एक दर्जन शिक्षकों को फोन करके पैसे मांगे, यही नहीं पैसे नहीं देने पर सुबह तक निलंबित होने की धमकी भी दी है। हालांकि एक शिक्षक ठगबाज की गिरप्त में नहीं आया है और इस संबंध में शिक्षकों ने साइबर पुलिस को शिकायत देते हुए विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया है।

जानकारी के अनुसार जबलपुर जिले के सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षकों के मोबाइल फोन पर इस समय कई नंबरों से फोन आ रहे हैं जिसमें शख्स कहता है कि एकीकृत शाला का जो पैसा आया उसमें आधा पैसा उसके फोन पे पर सेंड कर दिया जाए। कई शिक्षकों को शख्स द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायत आने की धमकी देकर निलंबित कराने को बोल रहा है। ठगबाज ने जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में पदस्थ शिक्षकों को भी फोन करके पैसे मांगे हैं।

केस-1
कालादेही बरगी स्कूल में पदस्थ शिक्षक ताराचंद्र सेन ने बताया कि कुछ दिन पूर्व एक फेक नंबर से फोन आया जिसमें शख्स अपने आप को राज्य शिक्षा केंद्र का अधिकारी बताता है। फिर बच्चों की मैपिंग के बारे में जानकारी लेता है, कितनी राशि खर्च हुई उसका हिसाब मांगता है इसके बाद फोन पे पर 10 हजार रूपए ट्रांसफर करने को बोलता है। जब उससे कहा गया कि राज्य शिक्षा कंेद्र का कोई भी अधिकारी पैसा नहीं मांगता है तो उसने फोन कट कर दिया।
केस-2
प्राथमिक स्कूल बासपानी जबलपुर में पदस्थ शिक्षिका श्रीमति जमुना राजपूत ने बताया कि सुबह जब वह स्कूल पहंुची तो एक फोन आया जिसमें एकीकृत स्कूल में मिली राशि का हिसाब मांगा जिसमें 7000 हजार रूपए फोन पे करने को कहा। पैसे सेंड नहीं करने पर सुबह तक निलंबित होने की धमकी दी गई। शख्स का कहना था कि सीएम हेल्प लाइन में किसी ने शिकायत की है उससे पूछा क्या शिकायत की है तो उसने फोन काट दिया।
केस..-3
शिक्षक रत्नेश मिश्रा ने बताया कि कुछ दिन से अनेक स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों के पास फेक नंबर से काॅल आ रहे हैं जिसमें शिक्षकों से पैसे मांगे जा रहे हैं। मेरे पास भी एक फोन आया था जिसमें वह स्कूली बच्चों की जानकारी के साथ बाद में फोन पे पर पैसे भेजने को बोल रहा था। उससे पूछा गया कि किस बात के पैसे तो वह सीएम हेल्पलाइन में शिकायत होने का हवाला देकर फोन काट देता है। यही नहीं निलंबित कराने की धौंस भी शख्स दे रहा था।
केस-4
शिक्षिका श्रीमति सविता चैकसे का कहना है कि कई दिनों से लगातार फोन आ रहे हैं हर बार शख्स खुद को राज्य शिक्षा केंद्र का अधिकारी बताता है। स्कूल संबंधी जानकारी लेने के बाद शासन द्वारा भेजी गई राशि का आधा हिस्सा फोन पर ट्रांसफर करने को बोलता है। जबकि शिक्षक उस राशि को किसी को भी नहीं दे सकते हैं। शख्स फ्राड है इसका सबूत यही है कि राज्य शिक्षा केंद्र से कभी भी पैसों के लिए फोन शिक्षकों के पास नहीं आए हैं।

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