अमर लता फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी मूंग उपार्जन मामला, लिस्ट में नाम किसी और का भुगतान कहीं और, करोड़ों के भुगतान में हुआ है गोलमाल, वास्तविक किसान भटक रहे
जबलपुर, यश भारत। अमर लता फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा जो 2023 में मूंग का उपार्जन किया गया था उसमें दोबारा जांच शुरू होने के बाद रोज नए खुलासे हो रहे हैं। हालांकि अभी औपचारिक रूप से इसमें अधिकारियों द्वारा कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है लेकिन यश भारत को मिली जानकारी के अनुसार जिन किसानों को भुगतान किया गया है उसमें मनमर्जी का खेल चला है,अगस्त 2023 में पूरा मामला उजागर हो जाने के बाद अमर लता फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी के कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कर दी गई थी और सेवा सहकारी समिति मझौली को उपार्जन का कार्य पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई थी, साथ ही भुगतान को लेकर कृषि विभाग, विपणन संघ, वेयरहाउसिंग और प्रशासन के अधिकारियों द्वारा एक सूची बनाई गई थी जिसके आधार पर किसानों का भुगतान होना था, लेकिन जिन किसानों को भुगतान हुआ है उसमें ऐसे बहुत से नाम है जो की सूची में शामिल थे ही नहीं और अब उस सूची को गायब कर दिया गया है। क्योंकि भुगतान समिति के द्वारा एक निजी व्यक्ति के कहने पर किए गए हैं। अब अधिकारी सूची को दबाने में लग गए हैं।
जांच से बाहर है मास्टरमाइंड
समिति द्वारा अपने हिसाब से किसानों को भुगतान किया गया है, जबकि मामला पूरी तरह से जांच में था सभी को पता था कि जितना स्टॉक मौजूद है उससे कहीं अधिक भुगतान की राशि सामने आ रही है। ऐसे में बिना किसानों को चयनित करें भुगतान हो ही नहीं सकता था, लेकिन अब उस सूची को गायब कर दिया गया है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि जिन किसानों को भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है उनकी जांच के साथ-साथ जिन किसानों को भुगतान दिया गया और किसके कहने पर दिया गया इसकी भी जांच होनी चाहिए। क्योंकि जिन लोगों के ऊपर एफ आई आर हुई है उनके अलावा भी कई खिलाड़ी है जो सामने नहीं आए हैं । क्योंकि जिन लोगों पर एफ आई आर हुई है उसमें कंपनी के बोर्ड आफ डायरेक्टर तो कभी उक्त सेंटर पर गए ही नहीं और बाकी दो लोग वेयरहाउसिंग के कर्मचारी है जिन्हें एफपीओ का कर्मचारी बनाया गया। असली खिलाड़ियों के नाम तो पुलिस की जांच में सामने आएंगे जो कागजों पर कहीं नहीं है लेकिन पूरे गोलमाल के मास्टरमाइंड है। जिसमें कुछ अधिकारी, व्यापारी और एक बड़े राजनेता के करीब भी शामिल है।
ट्रांजैक्शन से खुल जाएगी पोल
अमर लता फार्मा प्रोड्यूसर कंपनी के वास्तविक मालिक कौन है यदि इस बात का पता लगाना है, तो कंपनी के पुराने ट्रांजैक्शन की जांच करनी चाहिए। क्योंकि मूंग के पहले भी उक्त फर्म प्रोड्यूसर कंपनी को अन्य फसलों के उपार्जन का कार्य मिल चुका है। इसमें उसे मोटा कमीशन प्राप्त हुआ था ,जोकि कंपनी के खाते में विपणन संघ के द्वारा डाला गया था, और फिर वास्तविक मालिकों को उसका ट्रांसफर किया गया है। इसके पहले भी कंपनी किसी और जिले में रजिस्टर्ड हुई थी उसके बाद उसे गोटेगांव लाते समय भी कई बड़े फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन हुए थे। जिसमें कुछ चौंकाने वाले नाम सामने आ जाएंगे। जिनके डिजिटल फुटप्रिंट ट्रांजैक्शन में स्पष्ट समझ आ रहे हैं। जिसकी जानकारी यश भारत के पास मौजूद है बस देखना होगा की जांच में कितनी सच्चाई सामने आती है।