12 वर्षीय मासूम बच्ची को फैक्ट्री कर्मचारी द्वारा बंधक बनाए जाने का आरोप , बंधक बनाए जाने की बात पर पुलिस ने किया इंकार
जबलपुर,यश भारत। रांझी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक 12 वर्षीय मासूम बच्ची को एक व्यक्ति द्वारा बंधक बनाकर घर में रखने का मामला सामने आया है। मामले ने उस वक्त तूल कपड़ा जब पड़ोसियों ने बच्ची को घर की खिड़की से रोते-बिलखते हुए देखा। जिसके बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई और उनके द्वारा डायल 100 में फोन कर पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही तत्काल रांझी पुलिस मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद बच्ची को थाने लेकर जाया गया। बताया जा रहा है कि बच्ची के शरीर में चोट के निशान भी मिले हैं। बच्ची को किसी अभय गुप्ता नामक व्यक्ति ने घर में रखा हुआ था, जो कि फैक्ट्री कर्मचारी बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस अधिकारी मामले की जांच की बात करते हुए बच्ची को बंधक बनाकर रखने की बात से इनकार कर रहे हैं। वहीं बताया जा रहा है कि बच्ची मूलत: छत्तीसगढ़ की रहने वाली है। पुलिस ने बच्ची से पूछताछ कर परिजनों को भी सूचना दे दी है, जल्द ही परिजन भी शहर पहुंचेंगे। पुलिस अधिकारियों की माने तो बच्ची से पूछताछ के आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
क्या है मामला
जानकारी अनुसार मंगलवार शाम को डायल 100 पुलिस को रत्ना टॉवर निवासी कुछ लोगों ने फोन पर कुछ लोगों ने एक बच्ची को बंधक बनाकर रखने की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्ची को बाहर निकालते हुए उसे थाने ले आई। मामले में लोगों का आरोप था कि अभय गुप्ता नामक व्यक्ति ने अपने घर में बच्ची को बंधक बनाकर रखा हुआ था और उससे घर का काम करवाकर मारपीट करता है। वहीं सीएसपी रांझी विवेक कुमार गौतम ने बताया कि बच्ची छत्तीसगढ़ की रहने वाली है, जो कि रांझी क्षेत्र में अभय गुप्ता के घर में रह रही थी। सीएसपी श्री गौतम ने बताया कि बच्ची फिलहाल डरी हुई है, उसके परिजनों को भी सूचना दे दी गई है। बच्ची से पूछताछ और परिजनों के आने के बाद ही जानकारी सामने आ सकेगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब मामले में जांच का विषय यह है कि बच्ची छत्तीसगढ़ से शहर कैसे पहुंची और बच्ची को घर में रखने वाला अभय गुप्ता कौन है। वहीं परिजनों ने किस इरादे से अभय गुप्ता को सौंपा था।